उमरिया।कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान जिले में विभिन्न ग्राम पंचायतों में अधिक से अधिक श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए रेल्वे लाईन वाली ग्राम पंचायतों में रेल्वे से संबंधित कार्य किए गए. इससे जॉब कार्डधारी श्रमिकों और अन्य राज्यों से वापस लौटे मजदूरों को रोजगार मिला. रेल मंत्री भारत सरकार पीयूष गोयल ने इन कार्यों को ट्वीट कर प्रसंशा की है.
लॉकडाउन में रेलवे प्रोजेक्ट से प्रवासी मजदूरों को मिला रोजगार, केन्द्रीय रेल मंत्री ने की सराहना
उमरिया जिले की रेल्वे लाईन वाली ग्राम पंचायतों में लॉकडाउन के दौरान जिला पंचायत द्वारा रेल्वे विभाग की सहमति से कार्यों की शुरूआत की गई. जिससे बेरोजगार मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया गया. जिसकी रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर सराहना की है.
प्रदेश में जिला पंचायत द्वारा मनरेगा योजना से रेल्वे ट्रैक को मजबूती देने के लिए सैस रिपेयरिंग, कैच वाटर ड्रेन आदि के कार्य रेल्वे विभाग की सहमति और सहयोग से शुरू कराए गए. बिलासपुर डिवीजन अंतर्गत उमरिया में कटनी-बिलासपुर रेल्वे ट्रैक पर जनपद पंचायत करकेली की ग्राम पंचायत लोढ़ा, पाली, किरनतालकला, करकेली, उजान, पठारी, देवगवां खुर्द, सस्तरा में और जनपद पंचायत पाली की ग्राम पंचायत महरोई, मलहद मुदरिया, घुनघुटी महरोई और जनपद पंचायत मानपुर की ग्राम पंचायत पिपरिया में इस प्रकार के कार्य किए गए.
कटनी रेल्वे खण्ड अंतर्गत कटनी-सिंगरौली रेल्वे ट्रैक पर जनपद पंचायत मानपुर की ग्राम पंचायत असोढ़, टिकुरी, सलैया, बड़छड में सेस रिपयरिंग, कैच वाटर ड्रेन आदि के कार्य स्वीकृत किए गए हैं. उमरिया जिला अंतर्गत मनरेगा मद से 2 करोड़ 38 लाख रूपए की लागत से 50 कार्य कराए गए. जिससे 1.05 लाख मानव दिवस का रोजगार सृजित हुआ. कार्यं में 113.22 लाख रूपए व्यय करते हुए 63,027 मानव दिवस का कार्य जॉब कार्ड धारियों को उपलब्ध कराया गया है. इन कार्यों का लाभ यह है कि ट्रैक की लंबाई के साथ के सभी ग्रामों में कार्य उपलब्ध है व 97-98 प्रतिशत श्रम पर व्यय होता है.