उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल मंदिर में गौशाला विकास के लिए श्रद्धालु दान दे जाते हैं. इसी कड़ी में बुधवार को बाबा के दर्शन के लिए पहुंचे निर्मल पंचायती अखाड़ा के संतों ने गौशाला की गायों को लिए 14 बीघा जमीन में लगी फसल को दान में दे दिया है.
200 क्विंटल गेहूं किया दान
निर्मल पंचायती अखाड़ा के संतों ने करीब 200 क्विंटल गेहूं मंदिर समिति को दान करने का फैसला किया है. संत मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे. जहां मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने उन्हें मंदिर की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी. महंत ने मंदिर की व्यवस्थाओं की अपने अंदाज में प्रसंशा की और गेहूं की 14 बीघा क्षेत्र में लगी खड़ी फसल को गौशाला के लिए दान करने का निर्णय किया.
निर्मल पंचायती अखाड़ा के संत बेअंत सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि यह तो भाव है, जो मंदिर में पहुंचते ही जागृत हो जाते हैं. सोच समझकर ऐसे निर्णय नहीं लिए जाते हैं. मंदिर की गौशाला का हमने और पंडित ने सहायक प्रशासक के संग भ्रमण किया तो हमें वहां गायों के लिए चारे की कमी दिखी. जिसे देखकर तुरंत हमने यह निर्णय लिया और 14 बीघा में लगी फसल दान कर दी.
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80 करोड़ रुपए दिए थे दान
कुछ दिनों पहले मंदिर में दर्शन करने पहुंचे फ्रांस के राजदूत इमेनुअल लेनिन ने 80 करोड़ रुपए मंदिर समिति को दान दिए थे. वहीं नए साल 2021 के पहले दिन मंदिर समिति ने 40 क्विंटल से ज्यादा की प्रसादी बिक्री की थी. इसके अलावा मंदिर को 24 घंटे में 29 लाख रुपए दर्शन करने आए श्रद्धालुओं की टिकट और प्रसादी के जरिए हासिल हुए थे.