उज्जैन।हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास में सबसे ज्यादा त्योहार मनाए जाते है. इसमें दीपावली के साथ धनतेरस, भाई दूज, गोवर्धन पूजा और पुष्य नक्षत्र का त्योहार होता है. मान्यता है कि पुष्य नक्षत्र में आभूषण और बर्तन खरीदना शुभ होता है. इस साल पुष्य नक्षत्र 25 घंटे 57 मिनट का है. जो 28 अक्टूबर से शुरु होकर 29 अक्टूबर तक रहेगा. इस दुर्लभ संयोग को गुरु पुष्य योग साध्य और शुभ नामक योग और भी विशेष बना रहा है. इस योग में मंत्र साधना, पुजा-पाठ, दान, खरीदारी, जमीन जायदाद के सौदे करने पर भरपूर लाभ मिलेगा.
29 अक्टूबर तक रहेगा गुरु पुष्य नक्षत्र
उज्जैन के तीर्थ पुरोहित पं. चंदन श्यामनारयण व्यास के अनुसार, गुरु पुष्य में की गई खरीदारी चिर स्थायी फल प्रदान करने वाली होती है. इस दिन सोना-चांदी और भूमि-भवन की खरीदारी विशेष लाभदायक होती है. कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि 28 अक्टूबर गुरुवार को पुष्य नक्षत्र की शुरुआत सुबह 9.44 बजे से होगी. पुष्य नक्षत्र 29 अक्टूबर शुक्रवार को सुबह 11.41 बजे तक रहेगा.
28 अक्टूबर को रवियोग सुबह 9.30 बजे तक और सर्वार्थ सिद्धि योग दिवस पर्यंत रहेगा. इसकी विशेष बात यह है कि इन दोनों दिनों साध्य एवं शुभ नाम के योग इस दिन को और भी विशेषता प्रदान करेंगे. जो भी कार्य इस योग में शुरू होगा, वह सफल और सिद्धि देने वाला होगा.
कई शुभ योग इस दिन के साक्षी बनेंगे. इस विशेष योग में मंत्र साधना, पुजा-पाठ, दान, खरीदारी, जमीन जायदाद के सौदे करने पर भरपूर लाभ मिलेगा. इस दिन बहीखातों के पूजन कर नए कार्यो की शुरुआत करना चाहिए.
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