उज्जैन। कोरोना की दूसरी लहर के बाद से ही महाकालेश्वर मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया था. आज 80 दिन बाद कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट के साथ महाकालेश्वर मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. दर्शन से पहले श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग करानी पड़ी. 24 तारीख को महाकालेश्वर मंदिर की ऑनलाइन बुकिंग खुली थी जो 4 घंटे में ही फुल हो गई थी. सुबह से ही श्रद्धालुओं की लाइन महाकाल मंदिर के बाहर लगने लगी थी. सभी श्रद्धालु कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट लेकर और कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लेकर दर्शन करने उज्जैन पहुंचे.
- मंत्री जी ने भी दिखाया वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट
वहीं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी परिवार के साथ महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन किए. उच्च शिक्षा मंत्री ने भी दर्शन से पहले वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाया. बाबा महाकाल और श्रद्धालुओं की 80 दिन बाद होने वाली मुलाकात वाकई विशेष है. सुबह से ही बाबा महाकाल के दर्शन के लिए लोग लंबी-लंबी लाइनों में बड़ी आतुरता के साथ अपनी बारी का इंतज़ार करते दिखे.
- देसी-विदेशी भक्तों की उमड़ी भीड़
बाबा का कोई भक्त कनाडा से उज्जैन आया हुआ दिखा तो कोई काशी-विश्वनाथ की नगरी से आया दिखा. कोई दिल्ली, कोई मुंबई और देश के दूसरे कई राज्यों से श्रद्धालु यहां पर दर्शन करने पहुंचे.
- मंदिर के गर्भ गृह और नंदी हॉल में नहीं मिलेगा प्रवेश
उज्जैन महाकाल मंदिर की प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक आरके तिवारी ने बताया कि महाकाल मंदिर 28 जून को सुबह 6 बजे श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा. हालांकि भक्तों को मंदिर के गर्भ गृह और नंदी हॉल में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. मंदिर में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी.
- एक दिन में 3,500 भक्तों को मंदिर में मिलेगा प्रवेश
मंदिर में प्रवेश करते समय कोविड-19 का के टीके का प्रमाण पत्र या 48 घंटे पहले कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी. तिवारी ने कहा कि हर दिन सुबह 6 बजे से शाम 8 बजे के तक 3,500 श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा. इसके लिए दो-दो घंटे के सात स्लॉट बनाए गए हैं. एक स्लॉट में केवल 500 लोगों को प्रवेश की अनुमति होगी. तिवारी ने बताया कि मंदिर में कोविड-19 दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा.