टीकमगढ़। जिले में अब बुंदेलखंड की संस्कृति और परंपरा वापस पटरी पर लौटने लगी है. आधुनिकता और ऑनलाइन खरीददारी के इस दौर में जहां गांव में लगने वाले हाट बस तस्वीरों और इतिहास के पन्नों पर ही नजर आते थे, ऐसे में अब इन हाटों का नजारा एक बार फिर लोगों को उत्साहित कर रहा है.
भागदौड़ भरी जिंदगी में अब लोग ऑनलाइन शॉपिंग मॉल में खरीददारी करने लगे हैं, जिसके चलते गांव-गांव में लगने वाले हाट बाजार महज इतिहास की तस्वीर बनने लगे थे. इन हाट बाजार में किसी शॉपिंग मॉल की तरह ही सुई से लेकर रोजमर्रा का हर सामान मिल जाता है. सप्ताह में एक बार लगने वाले ये बाजार किसी मेले से कम नहीं होते, यहां आकर खरीददारी करने का उत्साह ग्रामीणों में साफ देखा जाता है.