टीकमगढ़। जिले में महानगरों से लौटे मजदूरों को रोजगार दिया जा रहा है, ताकि वो अपना घर चला सकें. जिससे उनके घर में भी चूल्हा जल सके और कोई गरीब मजदूर भूखा न सोए. जनपद सीईओ द्वारा मनरेगा योजना के तहत 240 निर्माण कार्य चालू कर 4 हजार मजदूरों को काम दिया जा रहा है. खास बात ये है कि, ये काम करने के लिए मजदूरों को अपने गांव से दूर नहीं जाना पड़ेगा.
महानगरों से लौटे मजदूरों को मिल रहा है रोजगार, जनपद सीईओ की सराहनीय पहल
शहरों से लौटे मजदूरों को जनपद सीईओ मनरेगा योजना के तहत रोजगार दे रहे हैं. इस योजना के तहत 240 निर्माण कार्य चालू कर 4 हजार मजदूरों को काम दिया जा रहा है.
मजदूरों को मजदूरी देने के लिए जनपद पंचायत की सभी ग्राम पंचायतों में तालाब निर्माण, सुदूर सड़क, चेकडैम आदि निर्माण कार्य चालू कर मजदूरों के हर हाथ में काम दिया जा रहा है. बता दें कि, टीकमगढ़ जिले में 80 ग्राम पंचायत हैं.
कोरोना महामारी के चलते देश में लगे लॉकडाउन के दौरान शहर के सभी उद्योगों को बंद करना पड़ा. ऐसे में मजूदरों को शहर छोड़ गांव की तरफ रूख करना पड़ रहा है. इन हालातों में मजदूरों के सामने जीवन चलाने की समस्या खड़ी हो गई. मजदूरों की समस्या दूर करने के लिए राज्य सरकारों को दिशा निर्देश दिए गए, ताकि मजदूरों के घरों में चूल्हा जल सके. इसी के चलते अब टीकमगढ़ जिले में जनपद सीईओ ने मजदूरों की समस्या को खत्म करने की ओर कदम बढ़ाया है.