सीधी।मध्य प्रदेश के साथ सीधी जिले में भी बर्ड फ्लू की दहशत है, अब तक पूरे जिले में सैकड़ों पक्षियों की मौत हो चुकी है, हालांकि विभाग ने बर्ड फ्लू से 38 पक्षियों के मौत की पुष्टि की है. वहीं मरने वाले पक्षियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भोपाल लैब भेजा जा रहा है, वहीं पक्षियों की मौत के बाद उन्हे दफनाया जा रहा है, या जला दिया जा रहा है, ताकि अन्य पक्षियों में बर्ड फ्लू न फैल सके, लेकिन पक्षियों की मौत का सिलसिला रुक नहीं रहा है.
- बर्ड फ्लू से 38 पक्षियों की मौत की पुष्टि
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बर्ड फ्लू से अब तक 38 पक्षियों की मौत हो चुकी है. जिसमें कौए, बगुला, सारस, उल्लू टिड्डी, मुर्गी की मौत हो चुकी है, पशु विभाग का कहना है कि बर्ड फ्लू को लेकर जिले में टीम गठित कर दी गई है, जहां भी पक्षियों की मौत की सूचना मिलती है, उन्हें सुरक्षित सैंपल के लिए रख लिया जाता है, बाकी पक्षियों को दफनाया या जला दिया जाता है, विभाग लगातार निगरानी रखे हुए है, मुर्गा फार्म में सतत निगरानी रखी जा रही है, भोपाल स्थित जांच लैब नेशनल स्तर की लैब है, जहां हर स्टेट से सैंपल जाते है, इसलिए रिपोर्ट आने में देर होती है, पशु विभाग के डॉ एम पी गौतम का कहना है कि जिले में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से जिला अस्पताल के सिविल सर्जन की देख रेख में कार्य किया जा रहा है, वहीं जिले के पांचों ब्लाकों में कंट्रोल रूम बनाये गए हैं, ताकि किसी भी पक्षी की मौत होने पर उनके सैंपल की जांच हो सके और बर्ड फ्लू रोकने में मदद मिल सके.
- 100 से ज्यादा पक्षियों की मौत की ख़बर
बहरहाल सीधी में कई जगहों पर पक्षियों की मौत की खबर मिलती रहती है, अब तक 100 से अधिक पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू से हो चुकी है, जिला प्रशासन टीम बनाकर पक्षियों में होने वाले बर्ड फ्लू की निगरानी रखे हुए है, ऐसे में देखना होगा कि मध्यप्रदेश के साथ सीधी में फैल रहे बर्ड फ्लू को रोकने में जिला प्रशासन कितना कारगर साबित होता है.