शिवपुरी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को शिवपुरी जिले के बाढ़ग्रस्त गांवों के दौरे पर पहुंचे. उन्होंने शिवपुरी जिले की नगर परिषद मगरौनी में पनघटा और ख्यावदा गांव के बाढ़ पीड़ित ग्रामीणों से चर्चा की और उनकी समस्याओं को जाना. इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि ऐसी बाढ़ शिवपुरी जिले में 100 सालों में पहले कभी नहीं देखी गई, तबाही सैलाब के रूप में आई और हमारा सब कुछ तबाह और बर्बाद करके चली गई.
शिवराज की अधिकारियों को चेतावनी तत्काल 11 हजार रुपए की मदद दी गई
सीएम शिवराज ने कहा कि इस सैलाब में मकान मलबे के ढ़ेर बन गए, पशु बह गए, फसलें तबाह हो गई. इंसानों की जिंदगी मुश्किल से बची. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये बड़ी आपदा है. मुसीबत और संकट बड़ा है. लेकिन बाढ़ प्रभावित घबराएं नहीं सरकार इस आपदा से आप को पार ले जाएंगी. फिलहाल सरकार ने तत्कालिक राहत के लिए बाढ़ में जिनके मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं, सामान बह गया है उनके लिए 6 हजार और 5 हजार कुल 11 हजार की राशि खातों में डाल दी है.
3-3 विभागों से करवाया जा रहा है सर्वे
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भैया हमारा साफ कहना है कि सर्वे का काम पूरी ईमानदारी और प्रमाणिकता के साथ होना चाहिए. कोई भी गांव ना छूटे, पूरी पारदर्शिता के साथ सर्वे हो, इसके लिए सरकार 3-3 विभागों से सर्वे करा रही है. राजस्व, कृषि, और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग सर्वे के काम में जुटा हुआ है.
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गड़बड़ी की तो नौकरी करने लायक नहीं छोडूंगा
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जो भी सर्वे की सूची आएगी वह घर बैठकर नहीं बनेगी बल्कि पंचायत भवन में चिपका दी जाएगी. जिससे ग्रामीण दावे आपत्ति लगा सकेंगे. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक बात स्पष्ट कह देना चाहता हूं कि कोई भी पात्र व्यक्ति का नाम सर्वे में छूटा या गड़बड़ी की, तो मैं ऐसे लोगों को नौकरी करने लायक नहीं छोडूंगा. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जो गांव नदी किनारे नीचे बसे हुए हैं अगर ऐसे ग्रामीण पास में ही ऊपर बसना चाहते हैं तो सरकार ऐसे लोगों को जमीन उपलब्ध कराएगी.