शिवपुरी।मामले के अनुसार रन्नौद के ढेंकुआ गांव के रहने वाले जगदीश यादव की दो शादियां हुईं थीं. जगदीश दोनों पत्नियों के साथ रहता था. जगदीश की पहली पत्नी का नाम सुखवती तो दूसरी पत्नी का नाम इंद्रा यादव था. 26 अप्रैल 2019 की सुबह 6 बजे इंद्रा अपने घर के बाहर झाडू लगा रही थी. इसी दौरान जगदीश यादव व उसकी पत्नी सुखवती आए और इंद्रा को गालियां देने लगे. जगदीश की पहली पत्नी सुखवती ने इंद्रा को जान से मारने की मंशा से उस पर केरोसिन उड़ेल दिया और जगदीश यादव ने माचिस की तीली जलाकर उसे आग के हवाले कर दिया था. महिला को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया जहां से भी ग्वालियर रेफर कर दिया गया था. ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान इंद्रा ने दम तोड़ दिया था. शासन की ओर से पैरवी लोक अभियोजक धीरज जामदार ने की.
नाबालिग से कुकर्म में 20 साल की सजा :सतनवाड़ा की रहने वाली एक महिला ने अपने बालक के साथ सतनबाड़ा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके नाबालिग बेटे को जसवंत पुत्र मेहरबान आदिवासी निवासी ऐरावन सतनवाड़ा अपने साथ खेत पर मवेशी भगाने की कहकर ले गया था. बाद में जसवंत ने बालक के साथ खाली पड़े खंडर होटल में कुकर्म किया और बाद में बालक को घर छोडक़र भाग गया. पुलिस ने इस मामले में आरोपी के खिलाफ पॉक्सों एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. बाद में पुलिस ने विवेचना कर चालान कोर्ट में पेश किया. पीड़ित पक्ष की ओर से पैरवी एडीपीओ प्रीति संत द्वारा की गई थी।