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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने की मानदेय बढ़ाने की मांग, मंत्री इमरती देवी बोलीं- ढूंढ लो दूसरी नौकरी

महिला के सवाल का जवाब देते हुये कहा कि अगर आपको मानदेय कम लग रहा है तो आप इस नौकरी को छोड़ दीजिए और कहीं अच्छी सेलरी पर काम कीजिए. ये पहला वाकया नहीं था जब इमरती देवी चर्चा में आयी हों, इससे पहले भी वह अपनी शिक्षा को लेकर चर्चा में आ चुकी हैं.

इमरती देवी, महिला एवं बाल विकास मंत्री

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Published : Feb 25, 2019, 6:40 PM IST

भोपाल। प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को उस जगह नौकरी ढूंढने की सलाह दे डाली, जहां ज्यादा वेतन मिलता हो. ये वाकया शिवपुरी के पोलो ग्राउंड में आयोजित सखी संवाद कार्यक्रम से सामने आया है.

दरअसल, जब मंत्री इमदरती देवी कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका से बात कर रही थीं, इसी दौरान एक सपना नाम की सहायिका ने सवाल किया कि उसका वेतन डीपीओ से कम क्यों है. इस सवाल पर मंत्री ने सहायिका से उसकी शिक्षा पूछ ली, जिसके तुरंत बाद सहायिका ने भी मंत्री महोदया से उनकी एजुकेशन पूछ डाली. सहायिका का सवाल सुनते ही मंत्री इमरती देवी का गु्स्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया.

इमरती देवी, महिला एवं बाल विकास मंत्री

इसके बाद उन्होंने महिला के सवाल का जवाब देते हुये कहा कि अगर आपको मानदेय कम लग रहा है तो आप इस नौकरी को छोड़ दीजिए और कहीं अच्छी सेलरी पर काम कीजिए. ये पहला वाकया नहीं था जब इमरती देवी चर्चा में आयी हों, इससे पहले भी वह अपनी शिक्षा को लेकर चर्चा में आ चुकी हैं.

गणतंत्र दिवस के मौके पर वह मुख्यमंत्री कमलनाथ का संदेश नहीं पढ़ पायी थीं और उन्होंने ये कहकर मंच छोड़ दिया था कि मेरी तबीयत ठीक नहीं है. इससे पहले जब वह मंत्री पद की शपथ ले रही थीं, तब हिंदी में लिखी चार लाइन पढ़ने में उन्हें पसीना आ गया था. बता दें कि इमरती देवी डबरा सीट से विधायक चुनी गईं, जिसके बाद उन्हें मंत्री बनाया गया. वह कांग्रेस के दिग्गज नेता सिंधिया के खेमे की मानी जाती हैं.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और इमरती देवी के बीच हुआ वार्तालाप
कार्यकर्ता- डीपीओ को ज्यादा पैसे मिलते हैं, हमें पांच हजार रुपये मिलते है. इतने कम वेतन में घर कैसे चलेगा?
मंत्री- आपको डीपीओ के बराबर मानदेय देंगे तो कहोगे कलेक्टर के बराबर दो.
कार्यकर्ता- ये कोई बात नहीं है.
मंत्री- यही बात है, आपने डीपीओ की एजुकेशन देखी है?
कार्यकर्ता- मंत्री जी आप हमसे पूछ रही हैं, आपकी एजुकेशन क्या है?
मंत्री- आपको कमी पड़ रही है तो हट जाओ, दूसरी महिला काम करेगी, हम उसे देंगे. कहीं अच्छी तनख्वाह की नौकरी लगे तो कर लीजिए.

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