श्योपुर। देशभर में जारी लॉकडाउन का असर शादी-विवाह जैसे खास कार्यक्रमों पर सबसे ज्यादा पड़ रहा ह. ज्यादातर लोगों को अपनी शादियां टालनी पड़ी हैं. जिन्हें प्रशासन ने अनुमति दे दी, उन्हें बिना किसी धूम-धाम के शादियां करनी पड़ रही हैं. सोमवार को श्योपुर जिले के गायत्री मंदिर परिसर में भी इसी तरह से एक शादी आयोजित हुई, जिसमे दूल्हा-दुल्हन के चेहरे पर मेकअप की बजाए मास्क नजर आया.
लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंस के साथ मास्क लगाकर दूल्हा- दुल्हन ने लिए सात फेरे
सोमवार को श्योपुर जिले के गायित्री मंदिर परिसर में एक शादी का आयोजन किया गया. जिसमे दूल्हा- दुल्हन के चेहरे पर मेकअप की बजाए मास्क नजर आया, साथ की पंडित ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाते हुए शादी संपन्न करवाई.
दरअसल, देश में भारतीय रीति रिवाज से शादियां बड़े धूम-धाम से आयोजित होती है. लेकिन लॉकडाउन के चलते जिला प्रशासन की अनुमति के बाद सोमवार की रात करीब 8 बजे गायित्री मंदिर परिसर में शादी आयोजित हुई. जिसमें विजयपुर नगर निवासी युवती पूजा शर्मा और श्योपुर शहर निवासी कपिल बालोठिया ने बिना बैंड-बाजे और शोर-शराबे के परिवार के गिने-चुने 5-7 सदस्यों के बीच सात फेरे लिए. इस शादी में दूल्हा-दुल्हन के चेहरे मेकअप से चमकने की बजाए मास्क से ढके हुए थे. भीड़-भाड़ की बजाए 5-7 लोग एक-दूसरे से सोशल-डिस्टेंसिंग बनाए हुए शादी सम्पन्न होने का इंतजार करते दिख. पंडित जी ने भी मास्क से चेहरे को ढंककर विवाह संपन्न कराया. शादी में बैंड बाजा बजना तो दूर, परम्परागत तरीके से महिलाओं द्वारा गाए जाने वाले गीत भी कहीं सुनाई नहीं दिए.
आखातीज शादियों के लिए विशेष दिन माना जाता है. इस दिन हर साल अनगिनत शादियां और सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित होते हैं, लेकिन इस बार लाभ राम के चलते आखातीज के दिन भी जिले भर में चोरी छुपे और इन हालातों में दो से तीन शादियां ही हो सकी हैं. अधिकांश लोग अपनी साथियों को टाल चुके हैं और लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहे हैं. पंडित का कहना है कि, उनके द्वारा प्रशासन के आदेशों का सशर्त पालन करते हुए विवाह संपन्न कराया है. सभी ने मास्क लगा रखे हैं और जो भी नियम प्रावधान है, वह इस शादी में पूरे किए हैं.