शहडोल। सीधी में दुखद घटना के बाद अब शहडोल जिला प्रशासन भी सख्त हो गया है. आज अचानक ही जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड का कलेक्टर डॉक्टर सतेन्द्र सिंह, परिवहन अधिकारी समेत जिले के आला अधिकारी औचक निरीक्षण करने पहुंच गए, जहां सभी अधिकारी बस स्टैंड में खड़े बसों में चढ़कर उसकी जांच करने लगे. इस दौरान कई बसों में कमियां पाई गईं. जिन्हें दुरुस्त करने के निर्देश जारी किए गए. साथ ही कुछ बसों के लाइसेंस निरस्त करने के निर्देश परिवहन अधिकारी को कलेक्टर ने दिए. वहीं कुछ पर चालानी कार्रवाई की गई.
अधिकारियों ने बसों का किया औचक निरीक्षण
कलेक्टर समेत जिले के आलाधिकारी बस स्टैंड पर अचानक निरीक्षण करने पहुंच गए और बस स्टैंड में खड़े कई बसों का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान निर्धारित मापदण्डों का पालन न करने और बसों की जर्जर अवस्था पाये जाने पर 8 बसों का परिवहन लाईसेंस निरस्त करने निर्देश जिला परिवहन अधिकारी को कलेक्टर ने दिए. निरीक्षण के दौरान 3 वाहनों पर 9 हजार रूपये का जुर्माना किया गया. जिसमें 1 हजार रूपये यातायात पुलिस ने और 8 हजार रूपये जिला परिवहन अधिकारी ने जुर्माना वसूल किया. मुख्य नगरपालिका अधिकारी अमित तिवारी ने भी बस स्टैंड में अनावश्यक रूप से खड़ी बसों एवं वहां गंदगी पर 200 रूपये प्रति वर्ष के मान से लगभग 2300 रूपये जुर्माना वसूल किया गया.
कलेक्टर ने दिए जरूरी निर्देश
कलेक्टर डॉक्टर सत्येंन्द्र सिंह ने रीवा रोड में भी परिवहन व्यवस्था का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखने के निर्देश दिए, कलेक्टर ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि ड्राइवर एवं कंडक्टर अपने ड्यूटी के दौरान नशा आदि न करे, साथ ही बस संचालक ड्राइवर एवं कंडक्टर का पुलिस वैरीफिकेशन कराना भी सुनिश्चित करें. जिससे यह सुनिश्चित किया जाए कि ड्राइवर एवं कंडक्टर आपराधिक प्रवृत्ति का न हो.