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Illegal mining शहडोल में नदी के पानी में पोकलेन मशीन से हो रहा खनन, आखिर कौन है इसका जिम्मेदार

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Published : Nov 28, 2022, 10:47 AM IST

मध्यप्रदेश के शहडोल में नियमों को ताख पर रखकर ठेकेदार नदी से रेत का खनन करा रहे हैं. खनन मॉफिया कितने शक्तिशाली है इसकी जीती जागती तस्वीर शहडोल में देखने को मिल जाएगी. यहां ठेकेदार नदी के बीच में पानी रहते हुए पोकलेन मशीन से उत्खनन करवा रहे हैं. यह सब देखकर भी जिम्मेदार मौन हैं. इस तरह का खनन केवल अवैध तो है ही, साथ ही इससे जली जीव-जंतुओं को भी नुकसान पहुंच रहा है. बावजूद इसके डंके की चोट पर धड़ल्ले से नदी से रेत का अवैध उत्खनन जारी है. (Shahdol illegal mining)

Shahdol illegal mining
शहडोल में नदी के पानी में पोकलेन मशीन से हो रहा खनन

शहडोल। शहडोल जिले में रेत निकालने को लेकर नियमों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है. इतना ही नहीं पानी के बीचो-बीच पोकलेन मशीन लगाकर रेत निकाली जा रही है. जिस तरह से रेत निकाली जा रही है, उससे नदी का स्वरूप भी बदल रहा है. वहीं जलीय जीव-जंतुओं को भी नुकसान पहुंच रहा है. जबकि नियम है कि अगर नदी में पानी है, तो पानी के अंदर से रेत नहीं निकाला जाएगा. जिम्मेदार अधिकारी इससे पूरी तरह बेखबर हैं. (Sand being extracted by pocklen machine)

पोकलेन मशीन लगाकर निकाली जा रही रेतः शहडोल जिले में सोन नदी में रेत का अवैध उत्खनन लगातार जारी है. आलम यह है कि नदी में पानी के अंदर भी मशीन लगाकर रेत निकाली जा रही है. जबकि स्पष्ट दिशा निर्देश है, कि अगर नदी में पानी है तो नदी के पानी के अंदर से रेत नहीं निकाला जा सकता है. ये काम जिले में रेत खदानों के समूह का ठेका लेने वाली कंपनी ही कर रही है. सोन नदी के पौड़ी कला घाट में बड़ी-बड़ी मशीनें सोन नदी के बीच में लगाकर खनन किया जा रहा हैं. (Sand being extracted by pocklen machine)

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नदी के बहाव को बदलकर हो रहा खननः सोन नदी में पानी के बीच से जिस तरह से पोकलेन मशीन लगाकर रेत निकाली जा रही है. उसके लिए बकायदा पानी के अंदर ही रेत का रैम्प बनाया गया है, और नदी के बीच से रेत निकाली जा रही है. रेत निकालने के लिए नदी में पानी के बहाव को भी मोड़ दिया गया है. जिससे नदी का स्वरूप ही बदल रहा है. नदी के बीचो-बीच रेत निकालने से इसके इकोसिस्टम पर भी असर पड़ रहा है और जलीय जीव जंतुओं को भी नुकसान पहुंच रहा है. शहडोल जिले में सोन नदी के पटासी, हरहा सोन टोला घाट पर भी लगभग यही स्थिति है. इन सभी जगहों पर नदी के बीच पोकलेन मशीन लगाकर नियम के विरुद्ध रैम्प बनाकर खनन किया जा रहा है. (Mining is being done changing flow of river)

क्या कहते हैं जिम्मेदारःशहडोल जिले में रेत के अवैध उत्खनन को लेकर जब खनिज अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना है कि पानी से रेत निकालने का अभी तक हमारे यहां कोई मामला नहीं आया है. हमारे यहां ऐसी कोई स्थिति ही नहीं है, हमारे यहां तो इतनी रेत सरफेस पर ही रहती है. पौड़ी कला में आपने देखा होगा कि नदी के किनारे जो रेतीला भाग है काफी लंबा-चौड़ा एरिया है. वहीं पर ट्रक खड़े हैं वहीं पर मशीन लगी हुई है. मशीन जो है नर्मदा नदी में प्रतिबंधित है. हमारे यहां प्रतिबंधित नहीं हैं. हमारे यहां पानी से रेत निकालने की स्थिति नहीं है, हमारे जिले में, और अगर कहीं से कोई शिकायत आई है तो हम जांच करा लेंगे. (Aquatic animals are also being harmed)

पानी के अंदर से रेत निकालने का नियम नहींः नदियों से रेत खनन को लेकर प्रदेश सरकार का स्पष्ट नियम है कि नदी में पानी है तो पानी के अंदर से रेत नहीं निकाली जाएगी. ठेकेदार नदी किनारे तट पर जमा रेत ही निकाल सकता है. सरकार के इन नियमों का जिले की रेत खदानों के समूह का ठेका लेने वाली कंस्ट्रक्शन कंपनी लगातार खुला उल्लंघन कर रही है. माइनिंग कारपोरेशन ने जिले की नदियों से रेत निकालने के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी को जिन शर्तों के साथ अनुमति दी है उसमें पहली शर्त यही है कि रेत का खनन पानी के अंदर से नहीं होगा. यह प्रतिबंधात्मक शर्त इसलिए प्रमुखता से रखी गई है ताकि जलीय जंतुओं को नुकसान ना हो और नदी का इको सिस्टम पर असर न पड़े. लेकिन यहां सोन नदी में आए दिन नदी के बीच से पोकलेन मशीन लगाकर अवैध खनन किया जा रहा है. (There is no rule to extract sand from under water)

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