शहडोल। जिला अस्पताल में 6 बच्चों की मौत का मामला गरमा गया है. बीते मंगलवार को मंत्री कमलेश्वर पटेल अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंच थे. वहीं आज स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंच गए. जहां उन्होंने पूरे अस्पताल का निरीक्षण कर मरीजों से भी चर्चा की. इस दौरान मंत्री तुलसीराम सिलावट ने सिविल सर्जन और सीएमएचओ को कार्यमुक्त करने की बात भी कही.
शहडोल जिला अस्पताल के दौरे पर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री, सिविल सर्जन और सीएमएचओ को हटाया
शहडोल में जिला अस्पताल में 6 नवजात बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे. जहां उन्होंने सिविल सर्जन और सीएमएचओ को कार्यमुक्त करने की बात भी कही.
अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद तुलसी सिलावट ने घटना को दुखद बताया है. उनका कहना है कि जितनी पीड़ा उनके परिवार को है उतनी पीड़ा मुझे भी है. बच्चों के मौत का कारण निमोनिया, वजन कम होना और एक की सांस रूक जाना रहा. उनका कहना है कि फिर भी यह सरकार की जिम्मेदारी है कि इस तरह की पुनरावृत्ति न हो, इसलिए कल मुझे जैसे ही इस बात की जानकारी मैंने मामले की जांच के लिए कलेक्टर को कमेटी गठित करने का निर्देश दिया है.
बता दें कि जिला अस्पताल में 12 घंटे के अंदर 6 नवजात बच्चों की मौत हो गई. जिन बच्चों की मौत हुई है, उनमें से 2 बच्चे वॉर्ड और 4 एसएनसीयू में भर्ती थे. एसएनसीयू में भर्ती नवजात बच्चों की उम्र एक महीने से कम थी, वहीं बच्चा वार्ड में भर्ती बच्चों की उम्र दो-तीन महीने की बताई जा रही है. सभी बच्चों को निमोनिया हुआ था.