हार के बाद भी BJP ने चित्रकूट से क्यों की जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत, क्या रूठे ब्राह्मणों को साधने नरोत्तम मिश्रा को सौंपी कमान? - एमपी न्यूज
MP ELection 2023: मध्यप्रदेश के गृहमंत्री और कद्दावर नेता नरोत्तम मिश्रा को विंध्य की 30 सीटों में से 7 सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इस दौरान हमारे संवाददाता ने गृहमंत्री से बात की और उनसे चित्रकूट से जन आशीर्वाद यात्रा शुरू करने को लेकर सवाल पूछा...
सतना.मध्यप्रदेश के गृहमंत्री और कद्दावर नेता नरोत्तम मिश्रा को विंध्य की 30 सीटों में से 7 सीटों की जिम्मेदारी दी गई है. चित्रकूट में भगवान कामतानाथ का आशीर्वाद लेकर बीजेपी ने मिशन 2023 का शंखनाद किया. जहां पिछले चुनावों में जनता का आशीर्वाद कांग्रेस को मिला था. इसके बावजूद बीजेपी ने अपनी यात्रा उस गढ़ से की, जहां पर भगवान राम ने वनवास बिताया और तपस्या की थी.
ब्राह्मणों की नाराजगी दूर करने नरोत्तम को जिम्मेदारी:विंध्य में सीधी पेशाब कांड के बाद ब्राह्मणों की नाराजगी दूर करने के लिए मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र को कमान दी. वे यहां की 30 विधानसभा सीटों में से 7 सीटों पर अपनी यात्रा लेकर जा रहे हैं.
4 दिन तक उनको मोर्चा संभालने की जिम्मेदारी दी गई है. 3 सितम्बर से जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए अमित शाह का कार्यक्रम बदलकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को लाया गया. अब इस यात्रा को नरोत्तम मिश्र आगे बढ़ा रहे हैं. सोमवार को नरोत्तम मिश्रा की यात्रा ने सतना शहर में रोड शो किया.
विंध्य क्षेत्र के सीधी में हुए पेशाब कांड के बाद भाजपा की किरकिरी हुई थी. अब वो कोई कोताही नहीं बरतना चाहती. राजनीति के जानकारों की माने तो जेपी नड्डा को बुलाकर और नरोत्तम मिश्रा को यात्रा की कमान सौंपने से विंध्य के ब्राह्मणों के वर्चस्व वाले क्षेत्र में प्रभाव जमाने का प्रयास किया है.
ब्राह्मणों को संतुलित करने की कोशिश:गौरतलब है, सीधी पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला के घर सरकार का बुलडोजर भी चला था. पीड़ित को आर्थिक सहायता देकर उसका सम्मान भी किया था. इस दौरान आदिवासियों को संदेश देने का भी प्रयास किया.
सरकार ने पेशाब कांड के बाद आदिवासियों को भी मनाने का प्रयास किया, लेकिन आरोपी प्रवेश शुक्ला के घर बुलडोजर चलाने के कारण ब्राह्मण समाज सरकार के खिलाफ खड़ा हो गया था. अब इनकी नाराजगी दूर करने के लिए भाजपा ने जन आशीर्वाद यात्रा की कमान भी ‘ब्राह्मण’ को सौंपी है.
सात विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस की सीटें:चित्रकूट से शुरू हुई पहली जन आशीर्वाद यात्रा जिन 7 विधानसभा सीटों से गुजरेगी, उनमें चित्रकूट जो कांग्रेस के पास है, रामपुर में भाजपा और सतना कांग्रेस के पास है. दूसरे दिन यात्रा रैगांव से गुजरेगी, जहां कांग्रेस का विधायक है और नागौद, जहां भाजपा का विधायक हैं. तीसरे दिन यात्रा का पड़ाव मैहर और अमरपाटन रहेगा. यहां भाजपा है, जहां यात्रा का समापन होगा
23 सीटों पर 30 प्रतिशत से अधिक ब्राह्मण:विंध्य क्षेत्र की 30 विधानसभा सीटों में से 23 सीटों पर ब्राह्मणों की 30 प्रतिशत से अधिक आबादी है. जबकि, पूरे मध्यप्रदेश में 10 प्रतिशत से अधिक ब्राह्मण वोटर हैं. जबकि चंबल, महाकौशल, मध्य क्षेत्र और विंध्य क्षेत्र मिलाकर 60 सीटें ऐसी हैं, जहां पर ब्राह्मण हार जीत तय करते हैं.
इस सिलसिले में हमारे संवाददाता ने गृह मंत्री ने बातचीत की. नरोत्तम मिश्रा ने कहा - "जन आशीर्वाद यात्रा का मतलब जनता का आशीर्वाद, जनता हमें ही जिताएगी, कहीं भी किसी तरह की कोई एंटी इनकमबेंसी नहीं हैं।"