सतना। कोरोना महामारी के बीच बेमौसम बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. शनिवार को जिले में अचानक हुई बारिश से किसानों की फसल गीली हो गई. खरीदी केंद्रों पर खुले में पड़ी किसानों की उपज खराब होने से उन्हें काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. पहले तेज हवाओं ने दस्तक दी और फिर तेज हवाओं के साथ ओले भी गिरे.
कोरोना महामारी के बीच अन्नदाता पर दोहरी मार, बारिश से किसानों की फसल बर्बाद
शनिवार को सतना जिले में हुई बेमौसम बारिश से किसानों की फसल खराब हो गई है. खरीदी केंद्रों पर अव्यवस्थाओं के चलते फसल को रखने की व्यवस्था नहीं थी. लिहाजा कई क्विंटल गेहूं बर्बाद हो गया. पढ़िए पूरी खबर..
बीते 15 अप्रैल से मध्यप्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू हो चुकी है. किसान उपार्जन केंद्र पर अपनी उपज लेकर पहुंच रहा है. लेकिन खरीदी केंद्रों पर पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं होने से किसानों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. शनिवार को जब बारिश हुई तो उन किसानों की फसल गीली हो गई जो खरीदी केंद्र पर उपज लेकर पहुंचे थे.
नागौद कोठी समेत दूसरे जगहों पर पानी गिरने से गेहूं खरीदी केंद्रों में रखा हजारों क्विंटल गेहूं भीग गया. प्रशासन अभी भी आंख मूंदे बैठा हुआ है. किसानों ने मदद की गुहार लगाई है.