सागर। कोरोना संक्रमण की वजह से लागू लॉक डाउन में अपने शहर और प्रदेश को छोड़कर बाहर रोज़ी-रोटी कमाने वाले हजारों लोग अब अपने घर लौट रहे हैं, लेकिन अपने शहर लौट रहे लोगों को नियमानुसार जांच कराने में खासी कठिनाई जा रही है. सागर में बड़ी संख्या में लोग टीवी हॉस्पिटल स्थित जांच केंद्र में घंटो इंतज़ार कर रहे हैं. कई मरीज़ तो 24 से 48 घंटे बीत जाने के बाद भी जांच ना होने से परेशान हो रहे हैं.
कोरोना जांच के लिए परेशान हो रहे प्रवासी मजदूर, नंबर आने में लग रहा दो दिन का समय
प्रवासी मजदूरो के लिए सागर में कोरोना चेकअप के लिए काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. जांच के लिए अस्पताल पहुंचने वालों के घंटों अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा रहा है. ऐसे में कुछ लोग जांच कराने नहीं जा रहे, जबकि कुछ अस्पताल से ही वापस लौट रहे हैं, जो चिंता का विषय है. पढ़िए पूरी खबर...
गर्मी की वजह से भी लोगों को जांच में हो रही देरी से परेशान होना पड़ रहा है. लगातार बढ़ रही भीड़ के बाद लापरवाही की सूचना मीडिया द्वारा स्थानीय विधायक शैलेन्द्र जैन को दी गई, जिसके बाद शैलेंद्र जैन ने मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया. लोगों को छांछ और फल वितरित किए. वहीं डॉक्टर से जांच प्रक्रिया को सरल बनाने और वहां व्यवस्था दुरुस्त करवाने के निर्देश दिये.
वहीं ड्यूटी डॉक्टर ने जांच में हो रही देरी के लिए टेक्निकल कठिनाई बताई है. जांच के लिए जांच कराने वाले के व्यक्ति के मोबाइल पर ओटीपी ज़रूरी होता है, लेकिन मोबाइल बैलेंस या फिर नेटवर्क न होने से ओटीपी समय से नहीं मिलता और जांच का वक्त और बढ़ जाता है. डॉक्टर के अनुसार लगभग एक व्यक्ति की जांच में 2 घंटे का वक्त लगता है. इस लेट लतीफी और जटिल प्रक्रिया की वजह से ही बड़ी तादात में लोग जांच कराने से बच रहे हैं जो कि बहुत खतरनाक हो सकता है.