सागर। ज्वालामाई में विराजी मां की मूर्ति अद्भुत है. इस मंदिर में देवी ज्वाला के रूप में विराजमान हैं. कहते हैं कि यहां मांगी हर मनोकामना पूरी हो जाती है, इसलिए नवरात्र में यहां भक्तों का तांता लगा रहता है.
यहां ज्वाला के रूप में विराजी हैं मां दुर्गा, हर मनोकामना होती है पूरी
सागर के ज्वालामाई में मां दुर्गा का एक ऐसा मंदिर है, जहां मां ज्वाला के रूप में विराजमान हैं. मान्यता है कि इस महाभारतकालीन मंदिर में मांगी गई हर मनोकामना पूरी होती है. इसलिए नवरात्र में भक्त मां के दरबार में अपनी अर्जी लगाने पहुंचते हैं.
जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर ज्वालामाई का दरबार है. इस मंदिर में मां दुर्गा की मूर्ति ज्वाला के रूप में है, इसलिए ये मंदिर बेहद खास है. कहते हैं कि पूरे भारतवर्ष में मां का ऐसा अद्भुत रूप कहीं देखने के लिए नहीं मिलता है. मान्यता है कि ज्वालामाई से मांगी गई हर मनोकामना पूरी हो जाती है, इसलिए नवरात्रि के दौरान भक्त मां के दरबार में अपनी अर्जी लगाने पहुंचते हैं.
कहते हैं कि यह मंदिर महाभारत काल में बना था. वहीं तंत्र-मंत्र और तांत्रिक पूजा के लिए भी ये मंदिर देशभर में प्रसिद्ध है.