सागर। जिले में रविवार और सोमवार को हुई ओलावृष्टि से बड़े पैमाने पर फसलें तबाह हो गई हैं. एक तरफ जहां मुख्यमंत्री सागर के बीना विकास खंड में ओलावृष्टि से तबाही हुई फसलों का जायजा ले रहे थे, तो दूसरी तरफ परसोरिया में किसानों ने सागर-जबलपुर मार्ग पर जाम लगा दिया. किसानों का कहना है कि ओलावृष्टि से फसल पूरी तरह से तबाह हो गई है और फसल के नुकसान का जायजा लेने के लिए अभी तक कोई भी दल उनके खेत तक नहीं पहुंचा है किसानों की मांग है कि सर्वे दल जल्द से जल्द किसानों के खेत पर पहुंचे हैं और पूरी तरह से चौपट हो चुकी फसल का शत-प्रतिशत मुआवजा दें.
ओलावृष्टि से भारी तबाही:सागर जिले में पिछले 2 दिनों से लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि के चलते रबी सीजन की फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई हैं. हालत ये है कि जो फसने खेत में पक कर तैयार हैं, वह पूरी तरह तबाह हो गई है और जो फसलें कटकर खेत में थ्रेसिंग के लिए रखी थी, वह फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं. लगातार तीन दिन से बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला जारी है और उसके बाद भी सर्वे दलों का किसानों के खेत में ना पहुंचने के कारण किसान जमकर नाराज हो गए हैं, इसी बात को लेकर रहली विधानसभा के आपचंद गांव के किसानों ने जबलपुर मार्ग को चक्का जाम कर दिया. सागर को दमोह और जबलपुर से जोड़ने वाले अहम मार्ग पर चक्का जाम लगते ही प्रशासन हरकत में आया और अधिकारियों सहित पटवारी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाइश दी. किसानों का कहना है "हमारे इलाके के 80% किसानों की फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई हैं और एक भी दाना काम का नहीं बचा. प्रशासन द्वारा कहा जा रहा है कि सर्वे का काम किया जा रहा है और सर्वे दल किसानों के खेत तक पहुंच चुके हैं, लेकिन हमारे खेत में अभी तक कोई नहीं पहुंचा. इस बात को लेकर हम सभी किसानों में नाराजगी है और हमारी मांग है कि किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हुई है, उन्हें बर्बाद फसल का शत-प्रतिशत मुआवजा दिया जाए."