रीवा। सरकारे भले ही गावों में सड़कों के जाल बिछाने के दावे करें. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है. मामला पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला के विधानसभा क्षेत्र का है. जहां के देवरी गांव में रहने वाले लोग सड़क के लिए आज तक तरस रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस समस्या को लेकर उन्होंने कई बार विधायक राजेंद्र शुक्ला के दरवाजे को खटखटाया लेकिन उन्होंने पैसा जोड़कर खुद सड़क बनाने की नसीहत दे डाली. जिसके बाद ग्रामीणों ने कलेक्टर की जनसुनवाई में सड़क बनाने की गुहार लगाई है.
पूर्व मंत्री के विधानसभा क्षेत्र के गांव में नहीं है सड़क, कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीण
रीवा में पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला के विधानसभा के देवरी गांव में सड़क आज तक नहीं बनी है, जिसके चलते गांव के लोगो ने सड़क की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे.
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क नहीं होने के कारण रास्तों में पानी भर जाता है. जिसकी वजह से कभी-कभी तो घर से निकलना भी मुश्किल हो जाता है. वहीं बच्चों को स्कूल जाने में भी समस्या होती है. गांव की महिलाएं कहती हैं कि चुनाव के वक्त नेता बड़े-बड़े वादे करते हैं लेकिन चुनाव के बाद नेता गांव में झांकने तक नहीं आते हैं.
रीवा बाइपास के किनारे बसे इस गांव के लोग सड़क की आस लगाए 5 साल से दर-दर भटक रहे हैं लेकिन ना तो नेताओं को इसकी सुध है और ना ही प्रशासन को. अब देखना ये होगा कि कलेक्टर इनकी मांग को पूरा करते हैं या यहां उन्हें निराशा हाथ लगती है.