रीवा। मध्य प्रदेश केरीवा जिले को बड़ी सौगात मिली है, मोहनिया घाटी में बने सुरंग का केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और सीएम शिवराज सिंह चौहन ने लोकार्पण किया. लोकार्पण का मुख्य कार्यक्रम सीधी छोर पर हुआ, इस दौरान मंत्री नितिन गडकरी मोहनिया टनल पहुंचे. जहां उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाया. 1004 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुए 6 लेन वाली इस टनल के शुरू होने का इंतजार लोग बड़ी बेसबरी से कर रहे थे. निर्माण एजेंसी ने निर्धारित समय से 4 माह पूर्व ही इस टनल को बनाकर तैयार कर दिया. इसके अलावा मंत्री गडकरी और सीएम ने ग्राम बरसैता, रीवा में 2444 करोड़ की लागत की 7 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया.
मोहनिया पहाड़ को काटकर बनाया गया है 6 लेन का टनल:वहीं इस टनल के शुरू होने के बाद सीधी से रीवा की दूरी तकरीबन 10 किलोमीटर कम हो गईं है. इसके अलावा वाहनों को मोहनिया घाटी के घुमावदार और खतरनाक चढ़ाई चढ़ने सी भी लोगो को राहत मिलेगी. वाहनों के लिए घाटी से गुजरते हुए पहले 30 मिनट का समय लगता था और अब टनल से 5 मिनट में ही मोहनिया पहाड़ की दूरी लोग तय कर सकेंगे.
2440 करोड़ के अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण:रीवा सीधी मार्ग पर स्थित सड़क सुरंग के साथ ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 2440 करोड़ रुपए की लागत से बन कर तैयार अन्य विकास कार्यों का भी लोकार्पण किया है, इसके साथ ही मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान के आलावा विंध्य क्षेत्र के तमाम सांसदों के द्वारा मंच पर रखी गई मांग को भी केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्वीकृति दी है. जिसमें सीधी से सिंगरौली को लेकर कई वर्षों से निर्माणाधीन सड़क भी शामिल है.
विंध्य विकास की राह में तेजी से बढ़ रहा आगे:केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यह आपके लिए अभिमान की बात है कि इस टनल में कई विशेषताएं हैं. इसमें 300 मीटर के बाद एक से दूसरे टनल में जाने के लिए रोड बनाया गया है, टनल में कोई दिक्कत आने पर इस रोड का उपयोग किया जा सकता है. टनल में 46 एग्जॉस्ट फैन लगाए गए हैं, फायर सिस्टम, कैमरे, कंट्रोल रूम समेत टनल कई आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है. नीचे सुरंग है उसके ऊपर बाणसागर नहर और फिर सड़क है. यह देश का पहला एक्वाडक्ट टनल है. पहले रीवा में एक फसल मुश्किल से होती थी, बाण सागर परियोजना की कोई कल्पना नहीं कर सकता था. आज बताते हुए गर्व है कि विंध्य बदल चुका है, पहले कुल अन्न का उत्पादन 2 लाख 43 हजार 230 मीट्रिक टन होता था और इस वर्ष 13 लाख 78 हजार 932 मीट्रिक टन हुआ है. विंध्य विकास की राह में तेजी से बढ़ रहा आगे बढ़ रहा है.
MP Mohania Tunnel: प्रदेश की सबसे बड़ी सुरंग बनकर तैयार, 6 लेन टनल की लागत 1004 करोड़
रीवा के सोलर प्लांट की ऊर्जा से चल रही दिल्ली की मेट्रो: सीएम शिवराज सिंह चौहा ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि अब तो दिल्ली की मेट्रो रेल भी गुढ़ और रीवा के सोलर पार्क से चल रही है, पहले रीवा जिले में कुल 2 लाख 43 हजार मैट्रिक टन अन्न का उत्पादन होता था और इस साल 13 लाख 78 हजार 932 मैट्रिक टन हुआ है. सीधी, सतना, रीवा में शानदार सड़कों का जाल बिछ गया है, आज गर्व के साथ कहता हूं कि अब विकास के लिए भोपाल और इंदौर से ज्यादा राशि विंध्य को मिल रही है. सीएम ने शायराना अंदाज में कहा ''कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों''।।आज का दिन विंध्य की धरती के लिए सचमुच में ऐतिहासिक है, जो कभी असंभव लगता था, उसे विंध्य की धरा पर टनल का निर्माण कर संभव कर दिखाया है.
1004 करोड़ है टनल की लागत:मोहनिया टनल प्रोजेक्ट की लागत 1004 करोड़ रुपए है. यहां 3 लेन की दो टनल है. एक टनल की चौड़ाई साड़े 13 मीटर है, जहां एक टनल में से एक तरफ से तीन वाहन एक साथ गुजर सकते हैं. दोनों टनल के बीच 7 स्थानों पर इंटर पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जिससे टनल के अंदर जाने के बाद वाहन बीच से वापस लौट सकेंगे. दोनों टनल की लंबाई 2.39 मीटर है. (mohania tunnel in rewa)
विंध्य का सबसे महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर:टनल को लेकर मध्यप्रदेश शासन के पूर्व मंत्री और वर्तमान में रीवा से भाजपा विधायक राजेन्द्र शुक्ला ने बताया था कि, यह हमारे विंध्य के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर है. विंध्य हमेशा से विकास से अछूता रह जाता था. इसमें केंद्र सरकार के प्रयासों से अब विंध्य में बहुत ही महत्त्वपूर्ण काम हो रहे हैं.
एमपी की सबसे बड़ी टनल का लोकार्पण
रीवा सीधी टनल का लोकार्पण
रोमांचकारी होगा नेशनल हाइवे 39 में स्थित टनल का सफरःइतना ही नहीं जिस मोहनिया पहाड़ की हम बात कर रहे हैं. वह पहाड़ पहले दुर्गम हुआ करता था. जिसे पार करने में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. विकास के पंख ने गुढ़ विधानसभा क्षेत्र में स्थित नेशनल हाईवे 39 से गुजरने वाले रीवा-सीधी मार्ग की तस्वीर ही बदल कर रख दी. अगर टनल की बात की जाए तो इसे पार करते ही पर्यटकों को तीन अलग-अलग नजारे देखने को मिलेंगे. टनल का मार्ग समाप्त होते ही ऊपर नीचे दोनों ही ओर नहर दिखाई देंगी और दोनों नहर के बीच मोहनिया पहाड़ को काट कर बनाए गए भव्य टनल में 6 लेन सड़क का निर्माण किया गया है. वहां से लोग सीधी होते हुए रांची पहुंच सकेंगे. इसके साथ ही इसी मार्ग पर लोग रेलवे ओवरब्रिज का लुत्फ उठा सकेंगे जो कि अपने आप में अद्भुत अकल्पनीय और अविश्वसनीय होगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी आम जनमानस को संबोधित किया और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से नर्मदा परिक्रमा के साथ ही मध्य प्रदेश की कई सड़कों को सुंदर और आकर्षक बनाने की मांग की है.