रीवा। शहर में भीषण गर्मी से पहले ही शहर वासियों को पानी के जूझना पड़ रहा है. रीवा के भवानी नगर कॉलोनी के रहवासियों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है. यहां लोग लंबी कतार के बीच आधा किलोमीटर का सफर तय कर अपनी परेशानियों से दो-चार हो रहे है. स्थानीय रहवासियों की माने तो वार्ड में धीरमानाला में अतिक्रमण के चलते प्रशासन पानी नहीं छोड़ रहा है. जिसके कारण जलस्तर कम हो गया और यहीं वजह है कि इलाके में ट्यूबवेल का जलस्तर नीचे जा रहा है. जिसके चलते वार्डवासियों को पानी नहीं मिल रहा है.
पानी के लिए जूझ रहे लोग, निगम से लेकर जनप्रतिनिधि तक नहीं सुनवाई - 5 वर्षो से बिछी पानी की पाइपलाइन में नहीं आता पानी
मूलभूत सुविधाओं से वंचित एक ऐसा ही तबका रीवा नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत भवानी नगर कालोनी के वार्ड क्रमांक 5 में रह रहा है. जहां विगत 5 वर्षों से पाइप लाइन बिछे होने के बावजूद लोगों को पीने का शुद्ध पानी नहीं मिलता और उन्हें दूर चलकर पीने का पानी लाना पड़ रहा है.
- पानी सप्लाई नहीं मिलने के बावजूद भेज रहे बिल, अधिकारी दे रहे गोलमोल जवाब
स्थानीय लोगों की मानें तो पिछले 5 साल पहले ही उन्होंने घरों में नल कनेक्शन लिया था. जिसकी वजह से आज भी नगर निगम उन्हें शुद्ध पेयजल के नाम पर लोगों को बिल भेज रहा है. लेकिन पानी के नाम पर नलों से सिर्फ हवा मिल रही है. लोगों का कहना है उन्होंने कई बार निगम से पानी नहीं मिलने की शिकायत की. लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ. निगम के जिम्मेदार अधिकारी गोलमोल जवाब दे रहे है. उनका कहना है राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण कार्य के कारण पाइप लाइन टूटने की वजह से असुविधा हो रही है जिसके निदान को लेकर भी वह लगातार प्रयासरत है.
- खारा पानी पीने को मजबूर लोग
वार्ड के लोगो का कहना है कि उनके वार्ड से आधा किलोमीटर की दूरी पर एक ट्यूबवेल है जिसके लिए उन्हें कड़ी मशक्कत कर पानी लाना पड़ता है. लेकिन ट्यूबवेल से खारा पानी आने की वजह से लोग पेट की बीमारी से ग्रसित हो रहे है. वार्ड के कुछ घरों में पानी आ रहा है. लेकिन वह भी बेहद गंदा और बदबूदार. लोग वहीं पानी पी रहे है. वहीं बीहर नदी वार्ड से काफी दूर है. वहीं एक साल से ट्यूबवेल का जल स्तर भी नीचे चला गया है. क्योंकि धीरमा नाला में अतिक्रमण के चलते नहर का पानी नही छोड़ा जा रहा है.
सालों से पानी की समस्या से परेशान ग्रामीणों ने शुरू किया आंदोलन
- समाधान तो हुआ नहीं, भरते रहे बिल
पानी की समस्या से जूझ रहे वार्ड के लोगों ने बताया कि नलो में पानी नहीं आने की शिकायत कई बार वार्ड के पार्षद और नगर निगम के अधिकारियों से की गई. लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन देकर वापस लौटा दिया गया. स्थानीय लोगो ने सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की लेकिन वहां भी समाधान नहीं हुआ. वार्डवासियों का कहना है कि 5 वर्ष पहले इस पूरे इलाके में पाइप लाइन का कनेक्शन लिया गया था. लेकिन उनके घरों में लगे नलो से आज तक पानी नही निकला, बावजूद इसके नगर निगम के द्वारा बाकायदा जल कर की वसूली की जाती रही है. नल का कनेक्शन कट हो जाने के डर से लोद पानी के बिल का भुगतान भी लगातार कर रहे है.
- राजनीति में बाज नही आ रहे नेता
एक तरफ लोगों को पीने के का साफ पानी नहीं मिल रहा, तो वहीं नेताओं को राजनीति से फुर्सत नहीं मिल रही है. पानी की समस्या को लेकर अब कांग्रेस, भाजपा को कोस रही है. तो वहीं दूसरी ओर पानी की किल्लत को लेकर भारतीय जनता पार्टी की निवर्तमान महापौर ममता गुप्ता ने शहर के कोने-कोने में पानी की सप्लाई होने का दावा करते हुए कहा है कि कुछ समस्याएं अभी भी हैं तो उनका निदान जल्द ही किया जाएगा. तमाम दावों और वादों के बीच आखिर जनता को अब भी साफ पानी का इंतजार है.