राजगढ़। शारदीय नवरात्रि में आदि शक्ति के नौ रुपों की उपासना होती है. जहां भक्त नौ दिन तक मां दुर्गा की भक्ति में लीन रहते हैं. सुख, शांति और समद्धि के लिए हर घर में माता की पूजा अर्चना हो रही हैं. नवरात्रि का पर्व इस बार एक खास महत्व के साथ आया है. इस बार नवरात्रि सिर्फ 8 दिन की है. क्योंकि अष्टमी और नवमीं की तिथि इस बार एक साथ है.
अष्टमी-नवमी के एकसाथ होने का खास महत्व
इस बारे में ज्योतिष शास्त्री बताते हैं कि इस बार अष्टमी और नवमी तिथि साथ में आ जाने के कारण एक ही दिन 24 अक्टूबर को उनकी मान्यता रहेगी. जहां सुबह अष्टमी तिथि होने के कारण अष्टमी का महत्व भी उसी दिन दोपहर तक रहेगा. जहां दोपहर में नवमी तिथि प्रारंभ हो जाएगी. इस वजह से ही नवमी तिथि का भी उसी दिन महत्व माना गया है. वहीं 25 अक्टूबर को जहां दोपहर में दशमी तिथि शुरू हो जाएगी और विजय मुहूर्त होने के कारण दशहरा को भी इसी मुहूर्त में मनाने का महत्व माना गया है.