रायसेन।सामान्य वन मंडल के अंतर्गत आने वाली आठ रेंजों में इस वर्ष आठ लाख से अधिक पौधों का रोपण कार्य किया जाना हैं, जिसके लिए वन विभाग द्वारा एक दिवसीय कार्यक्रम में वन अधिकारियों को रोपण कार्य के संबंध में प्रशिक्षण प्रदान किया गया. जिस स्थान पर यह प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ, वहीं अब सवालों के घेरे में है.
राशि चुपके से दबा ली जायेगी
गोपीसुर सतर्कुंडा गांव के पास एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां लगभग 25 हेक्टेयर भूमि पर 25000 पौधों का रोपण किया जाना हैं, लेकिन कार्यक्रम में गोल माल की स्थिति निर्मित हुई. पौधारोपण के लिए पच्चीस हजार गड्ढे तैयार किए जाने थे, पर मौके पर 12000 गड्ढे ही तैयार किए गए. शेष गड्ढों को कागजों पर प्रदर्शित कर राशि निकाल ली गई हैं. ऐसे में तेरह हजार गड्ढों में लगाए जाने वाले पौधे भी कागज पर ही नजर आएंगे. इसकी राशि चुपके से दबा ली जायेगी.
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इस संबंध में वन मंडल अधिकारी अजय कुमार पांडेय ने मौके पर जांच न कराकर सफाई पेश की. उन्होंने कहा कि जब यहां प्लांटेशन होता हैं, तो साल में दो बार मई महीने और अक्टूबर महीने में इसका मूल्यांकन किया जाता हैं. अगर प्लांटेशन में किसी तरह की शंका है, तो वह मूल्यांकन टीम के साथ जांच करा सकता है. वहीं उन्होंने कहा कि इस वर्ष आठ लाख से अधिक पौधे लगाए जाने हैं. पिछले साल जो पौधे खराब हो गए थे, उन्हें भी बदलने का काम किया जायेगा.