पन्ना। प्रदेश सरकार भले ही भ्रष्टाचार को कम करने के लिए अधिकारियों को लगातार निर्देशित करती रही हो लेकिन भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी मजबूत हो चुकी है, कि जनता के पैसों का बंदरबांट किया जा रहा है. पन्ना शहर में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, जहां मिनी स्मार्ट सिटी (Panna Mini Smart City) योजना के तहत किए गए कार्यों में अनियमितता की बात सामने आ रही है. खासतौर पर मंदिरों के जीर्णोद्धार एवं अटल पार्क बनाने में लापरवाही बरतने की बात कही जा रही है.
सवालों के घेरे में विकास कार्य(corruption in Panna Mini Smart City plan)
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2018 की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान पन्ना को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने का सपना पूरा किया था. घोषणा के बाद शहर को 15 करोड़ की पहली किस्त मिनी स्मार्ट प्रोजेक्ट के नाम पर दी गई थी, जिसमें लगभग 15 प्रोजेक्टों को जिला प्रशासन द्वारा तैयार किया गया था. जिसमें नाली, पुलिया, सड़कों की मरम्मत, बस स्टैंड का निर्माण शामिल था. साथ ही धार्मिक नगरी से विख्यात पन्ना शहर के मंदिरों का भी जीर्णोद्धार इस प्रोजेक्ट के तहत किया गया था. वही मदार टेकरी पर अटल पार्क की भी संरचना का खाका तैयार किया गया था, लेकिन सभी प्रोजेक्ट्स में भ्रष्टाचार की बात सामने आ रही है.