दशहरे पर खोला कमलनाथ ने पिटारा, बोले- श्रीलंका सीता मंदिर परियोजना का करेंगे पुनरुद्धार, मंदिर के पुजारियों का बढ़ाएंगे मानदेय - मंदिर के पुजारियों का बढ़ाएंगे मानदेय
Kamalnath Promises पीसीसी चीफ कमलनाथ ने दशहरे के दिन वादों का पिटारा खोल दिया है. इसमें श्रीलंका में सीता माता के मंदिर प्रोजेक्ट का पुनरुद्धार करने, साथ ही प्रदेश में आस्था और संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ ढेरों वादे किए. पढ़ें, रिपोर्ट..
भोपाल।पीसीसी चीफ कमलनाथ ने श्रीलंका में स्थित सीता माता के मंदिर प्रोजेक्ट का पुनरुद्धार करेंगे. साथ ही उन्होंने मंदिरों के पुजारियों का मानदेय बढ़ाने की बात कही. कमलनाथ ने कहा, अगर हम सत्ता में आते हैं, तो श्रीलंका में सीता माता के मंदिर को पुनर्जीवित करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आस्था और संस्कृति को बढ़ाने के लिए वचनबद्ध है. इस दौरान उन्होंने दशहरे पर प्रदेशवासियों को बधाई भी दी. साथ ही उन्होंने मंदिर के पुजारियों का मानदेय बढ़ाने और उनका इंश्योरेंस कराने की बात भी कही. इसके अलावा उन्होंने श्रीराम वन गमन पथ का विकास, भगवान परशुराम की जन्मस्थली पर जानापाव को पवित्र तीर्थ करने का वादा भी किया. इसके अलावा मुरैना में रविदास पीठ और संत कबीर पीठ की स्थापना की बात भी कही.
अंतिम संस्कार के लिए दी जाएगी वित्तीय मदद: अंतिम संस्कार करने के लिए हिंदू समुदाय के सदस्यों को वित्तीय मदद देने के लिए एक योजना शुरू की जाएगी. साथ ही उन्होंने भगवान राम, निशादराज और केवटराज से जुड़े सभी की मूर्ति चित्रकूट में स्थापित करने की बात भी कही. साथ ही महाकालेश्वर और ओमकारेश्वर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का वादा भी किया. उन्होंने कहा कि इन मंदिरों में दर्शन के लिए टिकट प्रणाली को सुव्यवस्थित किया जाएगा और यह सुनिश्चित करने के लिए एक प्रणाली बनाई जाएगी कि कोई भी देवी-देवताओं की पूजा करने से न चूके. नाथ ने कहा, सत्ता में आने के बाद, कांग्रेस सरकार श्रवण कुमार मातृ-पितृ भक्ति योजना शुरू करेगी.
अस्थि विसर्जन के लिए 10 हजार रुपए देंगे: उन्होंने बताया कि दाह संस्कार और उसके बाद 'अस्थि विसर्जन' के अनुष्ठान के लिए 10,000 रुपये प्रदान किए जाएंगे. उन्होंने धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण और सर्व प्रार्थना स्थल के विकास का भी वादा किया. जहां गुरुओं की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी. इसके अलावा उन्होंने धार्मिक जगहों पर चल रही, गैरकानूनी अतिक्रमण पर भी कार्रवाई करने का वादा किया. साथ ही प्रदेश में वैदिक शिक्षा प्रदान करने के लिए एक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया जाएगा. मानवता की मूर्ति की भी स्थापना की जाएगी. जो भीमराव अंबेडकर को समर्पित होगी.
शिवराज ने दिग्विजय पर साधा निशाना: निवाड़ी जिले की धार्मिक और पयर्टन नगरी ओरछा पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रामराजा सरकार के किए दर्शन किए. साथ ही पूजा अर्चना के बाद जनसभा और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने दिग्विजय सिंह के बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि ये आपके संस्कार होंगे. मैने भी कन्या पूजन किया है. हर साल करता हूं. मैं तो रोज करता हूं. यह भारतीय संस्कृति है. भारतीय संस्कार हैं. पूरा देश बेटियों की पूजा करता है. उन बेटियों के पूजन को दिग्विजय सिंह नाटक और नौटंकी कहते है. ये वो लोग हैं, जो बहन और बेटियों को कभी आइटम कहते हैं. कभी टच माल कहते हैं. मेरे मन को तकलीफ होती है. पूरा देश पूजा करता है. आप इसको नाटक और नौटंकी कहते हैं. क्या बेटियों की पूजा नाटक और नौटंकी है.मैं तो सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं, क्या बेटियों की पूजा नाटक नौटंकी है. कांग्रेस का स्टैंड क्या है, कांग्रेस अपना स्टैंड साफ करे.