नीमच । कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है, वहीं काम करने के लिए दूसरे जिले गए मजदूर वापस लौट रहे हैं. आज फिर कोटा से चलकर मनासा होते हुए पैदल ही मजदूरों का जत्था रतलाम जिले के रावटी बाजना के लिए निकला, चार दिन से पैदल चल रहें इन मजदूरों के साथ-साथ छोटे छोटे बच्चे भी थे, तो किसी के पैरों में चप्पल तक नहीं थी और यह सब पैदल ही सामान लिए भूखे प्यासे निकल पड़े.
कोटा से पैदल चलकर रतलाम पहुंचा मजदूरों का जत्था, एसडीएम ने की खाने की व्यवस्था - कोटा राजस्थान
कोटा राजस्थान से निकले मजदूर चार दिन से पैदल चल रहे थे, इनके साथ छोटे छोटे बच्चे भी थे. दो दिन से इन लोगों ने खाना तक नहीं खाया था. जिसके बाद मनासा एसडीएम ने अपनी टीम को भेजकर सभी मजदूरों को खाना खिलवाया और घर भेजने का आश्वासन दिया.
ईटीवी भारत की टीम ने जब इन मजदूरों से पूछताछ की तो इन्होंने बताया कि वह कोटा जिले के बेतुन गांव से आ रहे हैं. और बीच में किसी ने भी इन्हें नहीं रोका है और न ही जाने के लिए सुविधा उपलब्ध करवाई है, साथ ही इन्होंने बताया कि इनका चेकअप भी नहीं किया गया है. यह सभी मजदूर रतलाम जिले के गांव गुजरपाडा जा रहे हैं और दो दिन से भूखे प्यांसे हैं, दो दिन से खाना तक नसीब नहीं हुआ है.
इस बात की जानकारी जब मनासा एसडीएम को दी गई तो उन्होंने अपने जवानों को भेज कर तुरंत मजदूरों को मनासा धान मंडी चल रही भोजनशाला पहुंचाया. वहां से स्वास्थ्य परीक्षण कर उनको अपने गंतव्य तक पहुंचाने का आश्वासन दिया.