नीमच। कोरोना कर्फ्यू में पुलिस लगातार कोरोना वारियर बनकर अपनी ड्यूटी अदा कर रही है, लेकिन पुलिस को रामपुरा में कोरोना वारियर बनना भारी पड़ गया. यहां कोरोना कर्फ्यू के बावजूद खुल रहीं दुकानों को पुलिस ने बंद कराया, तो रहवासी पुलिस से भिड़ गये. यही नहीं वहां की महिलाओं ने पुलिस पर लाठी, डंडों और पत्थरों से हमला कर दिया. ऐसे में पुलिस को वहां से अपनी जान बचाकर भागना पड़ा.
कोरोना कर्फ्यू में खोली दुकानें
दरअसल, रामपुरा नगर के मदार बाग में रहवासियों ने घरों मे ही दुकानें खोल रखी हैं. इसकी जानकारी जब पुलिस को मिली तो गुरुवार देर शाम पुलिस कोरोना कर्फ्यू की गाइडलाइन के तहत दुकानें बंद कराने वहां पहुंची. इस दौरान पुलिस की रहवासियों से दुकान बंद कराने को लेकर कहासुनी हो गई. यह कहासुनी पहले झड़प में और फिर हिंसक हो गई. मादर बाग की महिलाओं ने पुलिस पर हमला बोल दिया.
दुकानें बंद कराने गई पुलिस पर हमला
रामपुरा थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि जवान कोरोना कर्फ्यू के बावजूद खुल रहीं दुकानों को बंद कराने के लिए गए थे. दुकान बंद कराने के बाद जब जवान गश्त के लिए दोबारा वहां पहुंचे तो दुकानें खुली थीं. दुकानें बंद करवाने को लेकर महिलाओं ने इकट्ठा होकर पुलिस पर लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला बोल दिया. इस दौरान कुछ लोगों ने भी महिलाओं का साथ दिया. मामला बिगड़ता देख मनासा एसडीओपी संजीव मुले और रामपुरा थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और मामले को शांत करवाया. फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.