नीमच। लापता बेटी को वापस लाने को लेकर सोमवार को नीमच जिला पुरी तरह बंद रहा. लापता नेहा जोशी की तलाश में विहिप सहित सर्वधर्म समाज और सामाजिक व व्यापारिक संस्थाओं ने जिला बंद का आह्वान किया था. सुबह से बाजार में व्यापारियों ने पुलिस खिलाफ किए गए आंदोलन में सर्मथन दिया, जिसके चलते स्कूल सहित दुकान व निजि संस्था बंद रही. (protest in neemuch)
14 महीने से लापता है नेहा 14 माह से लापता है नेहाः विहिप कार्यकर्ता ने बताया कि पिछले 14 माह से नेहा जोशी लापता है. आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद भी बेटी नेहा का पता नहीं लगा. पीड़ित पिता राकेश जोशी 24 दिन से कलेक्टोरेट में भूख हड़ताल पर बैठे रहे. दो दिन पूर्व रात के अंधेरे में पुलिस ने उन्हें सख्ती से उठाया और आईसीयू में भर्ती करवा दिया. इसके बाद जोशी व परिजन पर इतना दबाव बना दिया कि वह अब भूख हड़ताल खत्म कर चुके हैं. (girl missing in neemuch)
व्यापारियों ने बंद किया बाजारः पुलिस की प्रताड़ना के विरोध में विहिप व बजरंग द्वारा सोमवार को नीमच जिला बंद रखा जिसमें नीमच जिले में व्यापारियों सहित समाज के लोगों ने सर्मथन किया. जिले में एक साल में नेहा सहित 242 युवतियां व महिलाएं लापता हुई हैं. इस दौरान विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल ने जोशी के समर्थन में प्रदर्शन कर एसपी कार्यालय का घेराव किया था, जहां ज्ञापन में मनासा टीआई केएल डांगी व एसआई खान पर कार्रवाई की मांग की थी. (traders demonstrate in neemuch)
जारी रहेगा आंदोलनः वहीं चार अप्रैल तक नेहा जोशी के संबंध में भी जानकारी चाहिए थी. ऐसा नहीं होने की स्थिति में विरोध स्वरूप जिला बंद रखा गया है. आगे आंदोलन जारी रहेगा. हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि पुलिस पर पुलिस से एनडीपीएस का अधिकार छीना जाए. विहिप प्रमुख झाला सहित पदाधिकारियों ने कहा कि पुलिस एनडीपीएस के केस बनाने में मशगूल रहती है. एक माह में 2-3 केस बनाकर धारा 8/29 में जमकर वसूली की जाती है. लोगों को केस में फंसाने की धमकी देकर डराया जाता है.
पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांगःएक तरफ भाजपा संगठित विश्व हिंदू परिषद लगातार पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहा है. दूसरी तरफ अब तक पुलिस के किसी भी कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिले के तीनों विधायक दिखाई दे रहे हैं. वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री कैलाश चावला ने ट्वीट करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है कि मनासा का मामला काफी गंभीर मामला है. गृह मंत्रालय को मनासा थाना प्रभारी सहीत जांच अधिकारी को निलंबित कर पूरे मामले की जांच करवानी चाहिए.