नीमच। नाथ संप्रदाय में परंपरा है कि समाज की महिला या पुरुष की मृत्यु हो जाने पर शव को जलाने की बजाय श्मशान में उसकी समाधि बनाई जाती है. यह परंपरा 300 साल से चली आ रही है. हाल ही में नये श्मशान स्थल पर कुछ असामाजिक तत्वों ने 9 जनवरी को समाज के व्यक्ति की मौत होने पर उसकी समाधि बनाने का विरोध किया था. उन लोगों का कहना था वह जमीन उक्त लोगों द्वारा खरीद ली गई है, इसलिए वहां समाधि नहीं बनाई जा सकती. जबकि राजस्व रिकॉर्ड में जमीन नाथ योगी संप्रदाय श्मशान के लिए घोषित की गई है.
समाधि स्थल को कब्जा मुक्त करवाने की मांग
ग्राम धनेरिया कला में योगी समाज के लोग वर्षों से श्मशान में आने वाले शवों को समाधि देते हैं. कुछ दिनों से उन्हें श्मशान पर जाने से रोका जा रहा है. इसी विषय में कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया.
समाधि स्थल को कब्जा मुक्त करवाने को लेकर नाथ सम्प्रदाय ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
नाथ समाज के लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते उपरोक्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में इस प्रकार के विवाद दोबारा ना हो.