नीमच। बैंड संचालकों के लिए कोरोना काल एक अभिशाप बनकर आया है. बैंड बाजा व्यवसायी सीजन में बैंड नहीं बजने से पाई-पाई के लिए मोहताज हो गए हैं. ऐसे में सरकार ने इस उनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया. अनलॉक होने के बाद कुछ उम्मीद जगी थी, लेकिन सीजन ही चला गया. बैंडबाजा कलाकारों ने ज्ञापन दिए, अनुरोध किया, लेकिन किसी ने भी इनके दर्द पर मरहम लगाने की जहमत नहीं उठाई. चारों ओर से मदद की उम्मीद खो बैठे बैंडबाजा कलाकारों को सड़क पर संगीत की धुन के साथ उतरने पर मजबूर होना पड़ा और मनासा क्षेत्र के बैंडबाजा कलाकार मंडी गेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए.
कोरोना महामारी के चलते आर्थिक संकट का सामना कर रहे बैंडबाजा व्यवसाइयों ने शासन से राहत देने की मांग की है. धंधा ठप्प होने से घर खर्च के लिए भी मोहताज हो चुके संगीत कलाकार सड़क पर सुरों की महफिल सजाकर शासन से अपनी व्यथा का बखान कर रहे हैं. धरने से पूर्व संगठन के सदस्यों ने विधायक और प्रशासन को ज्ञापन देकर मदद उपलब्ध कराने की गुहार लगाई है.