मुरैना।कोरोना महामारी के साथ ब्लैक फंगस (Black fungus) के आने से सरकारों की चिंताएं बढ़ गई हैं. वहीं ब्लैक फंगस (Black fungus) के मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है, जिसके चलते ब्लैक फंगस में दिए जाने वाली दवाई और इंजेक्शनों की भारी कमी देखने को मिल रही है. ऐसे ही एक मामले में ग्वालियर की बच्ची रेनू शर्मा ने सोशल मीडिया पर जब पिता के लिए इंजेक्शन की गुहार लगाई, तो जिम्मेदार लोग अब उस बेटी के लिए इंजेक्शन उपलब्ध कराने की बात कर रहे हैं. प्रदेश के उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी इंजेक्शन की कमी की बात स्वीकार की है.
- मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने स्विकारी इंजेक्शन की कमी की बात
प्रदेश में इंजेक्शन की कमी होने की बात स्वीकारते हुए मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने बताया कि सरकार इंजेक्शन और दवाई के उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. जिसके लिए देश और देश से बाहर भी इंजेक्शन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. मध्य प्रदेश में ब्लैक फंगस के जितनी मरीज हैं, उतने इंजेक्शनों की व्यवस्था नहीं है. ये बात मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने दिल्ली जाते समय मुरैना PWD सर्किट हाउस पर मीडिया से चर्चा करते समय कही. उन्होंने कहा कि 'सरकार पूरी व्यवस्था कर रही है, फिर भी एक उदाहरण देना चाहूंगा कि जब घर में 500 लोगों का निमंत्रण हो उसके बाद 10 हजार लोग आ जाएं तो उनकी व्यवस्था नहीं हो पाती यही स्थिति मध्य प्रदेश की है.' मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इंजेक्शनों की व्यवस्था नहीं हो पा रही है. सरकार पूरी व्यवस्था करने में लगी हुई है. जल्द ही ब्लैक फंगस के इंजेक्शनों की व्यवस्था हो जाएगी, सरकार इंजेक्शन भारत से और भारत के बाहर से भी लाने की व्यवस्था कर रही है.