मुरैना। लॉकडाउन के चलते देश के अलग-अलग हिस्सों से मजदूरों की बेरूखी के हालातों की अलग-अलग तस्वीर सामने आ रही हैं. ऐसी ही एक तस्वीर मुरैना जिले में नेशनल हाइवे पर देखने को मिली. जब मजदूरों को मजदूरी नहीं मिलने के चलते वो अपने घर लौट रहे हैं. सभी मजदूर पंजाब से चलकर 11 सौ किलोमीटर दूर अपने गृह जिले छतरपुर पहुंच रहे हैं.
पैदल ही अपने गृह जिले पहुंच रहे मजदूर पैदल चलने के कारण इनके पैर में छाले और खून निकलना शुरू हो गया है. यह सभी पिछले 10 दिन से पैदल लगातार चल रहे हैं. वहीं मजदूरों का कहना है कि उनकी ना तो पंजाब सरकार मदद कर रही है ना ही मध्यप्रदेश.
दरअसल, मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के कलानी गांव का रहने वाला भूरा रैकवार अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ पंजाब के जिरतपुर में रहकर मजदूरी करता है. लॉकडाउन की वजह से काम बंद हो गया, जिसके चलते अर्थिक संकट को देखते हुए इन मजदूरों ने पैदल ही छतरपुर आने का फैसला कर लिया.
मजदूरों का कहना है कि खाने की व्यवस्था ना होने के कारण काफी दिक्कत हो रही हैं. आगे मजदूरों का कहना है कि हमने पंजाब में प्रशासन से कई बार घर जाने के लिए बोला लेकिन उन्होंने कोई ठोस जवाब नहीं दिया. वहीं हमने मध्यप्रदेश में अपने गांव में सरपंच से भी कहा लेकिन उसने भी नही सुनी. इसलिए हमने पैदल ही अपने गांव जाना ही उचित समझा.