मुरैना। नगर परिषद में मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद को लेकर खींचतान जारी है. नगर पालिका अधिकारी रामप्रकाश जगनेरिया को निकाय अध्यक्ष, सीएमओ मानने के लिए तैयार नहीं है. उनका कहना है कि हाईकोर्ट के आदेशानुसार उन्होंने संतोष सिहारे को नगर परिषद जौरा का प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी नियुक्त किया है. पद को लेकर चल रही खींचतान के चलते नगर परिषद के कई काम अटके हुए हैं.
CMO पद की खींचतान जारी, लटक सकता है कर्मचारियों का वेतन
जौरा नगर परिषद में सीएमओ के पद के लिए खींचतान जारी है. जिसके चलते आगामी दिनों में रक्षाबंधन जैसे महत्वपूर्ण त्योहार पर कर्मचारियों को वेतन के भी लाले पड़ने की संभावना बन गई हैं.
निकाय के बैंक खातों पर होल्ड लगवा दिया गया है. इस कारण आगामी दिनों में कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाने की भी आशंका तेज हो गई है. इसके चलते निकाय में चल रहे करोड़ों के विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं.
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा कुछ दिन पहले दतिया नगर पालिका के आरएसआई संतोष सिहारे को नगर परिषद जौरा का प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी नियुक्त किया था. जिसके आधार पर सिहारे को जौरा अध्यक्ष ने जॉइन भी कर लिया था. आदेश के आधार पर सिहारे को नगर पालिका दतिया से भारमुक्त कर दिया गया था. जिसके बाद पूर्व से पदस्थ प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी जगनेरिया ने इस आदेश को निरस्त करवाकर अपनी पदस्थापना जौरा नगर पालिका में कराई इस कारण सहारे का स्थानांतरण आदेश निरस्त हो गया था. इसके बावजूद संतोष सिहारे ने इस पद पर काबिज होने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की. याचिका की सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने सिहारे को अपनी पदस्थापना के संबंध में राज्य शासन को निर्णय करने के निर्देश दिए हैं.
जानकारों की मानें तो राज्य शासन द्वारा स्थानांतरण आदेश निरस्त किए जाने की बात का उल्लेख उन्होंने हाईकोर्ट में नहीं किया है और न ही हाईकोर्ट द्वारा राज्य शासन के इस आदेश के विरुद्ध कोई निर्देश दिए गये हैं. ऐसी स्थिति में वैधानिक रूप से सिहारे को निकाय अध्यक्ष द्वारा प्रभार सौंपा जाना उनके बीच मिलीभगत की ओर इशारा करती है.