मुरैना। जिले में सरसों के बीज को लेकर किसानों के साथ हुए धोखे की जांच के लिए जांच दल गठित कर दिया गया है. यह दल ब्लॉक स्तर पर कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा किए गए हैं. ये दल किसानों के खेतों में जाकर सरसों की हो रही पैदावार का जायजा लेंगे और जिला अधिकारियों और शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.
ETV BHARAT की खबर का असर, किसानों के साथ हुए धोखे की जांच कराएगा कृषि विभाग
मुरैना जिले में सरसों के बीज को लेकर किसानों के साथ हुए धोखे की जांच के लिए जांच दल गठित कर दिया गया है. यह दल ब्लॉक स्तर पर कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा किए गए हैं.
दरअसल, कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग ने जिले के 14 हजार किसानों को बोवनी के लिए सरसों का बीज दिया था. विभाग के अधिकारियों ने किसानों से कहा था कि यह उच्च गुणवत्ता वाला सरसों का बीज है, जिसकी पैदावार 30 से 35 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होगी. लेकिन, फसल आने पर महज 5 से 7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार ही हो रही है. इसकी शिकायत किसानों ने विभाग के अधिकारियों से की थी, लेकिन किसी भी अधिकारी ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की थी.
इस खबर को ईटीवी भारत ने गंभीरता से लिया था और इसकी तह में जाकर पड़ताल की थी. इसके बाद इस खबर का असर हुआ और विभाग के अधिकारियों की नींद खुली. विभाग ने ब्लाक स्तर पर जांच दल गठित किए हैं, जो किसानों के खेतों में जाकर सरसों की हो रही पैदावार का जायजा लेकर जिला अधिकारियों और शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.