मुरैना। कुछ करने की जब मन में ठान ली जाए, तो फिर फर्क नहीं पड़ता कि आप किस जगह से है, एक छोटे शहर की लड़की की कोशिश उसको विश्व स्तर पर भी पहचान दिला सकती है, ऐसा ही कुछ कर दिखाया है, मुरैना की अद्रिका गोयल ने, 11 साल की अद्रिका को लंदन की राजकुमारी डायना की स्मृति में एक जुलाई को होने वाली प्रतियोगिता में "स्टैंडिंग हीरो फ्रॉम इंडिया" के सम्मान से नवाजा गया है. अद्रिका इस सम्मान को पाकर बेहद खुश हैं और उनके परिवार को गर्व हो रहा है.
अद्रिका गोयल को लंदन से मिला स्टैंडिंग हीरो फ्रॉम इंडिया अवार्ड
मुरैना की बेटी अद्रिका गोयल को लंदन की राजकुमारी डायना की स्मृति में एक जुलाई को होने वाले एक कार्यक्रम में "स्टैंडिंग हीरो फ्रॉम इंडिया" के सम्मान से नवाजा गया है.
हर साल 1 जुलाई को इंग्लैंड सहित पूरे विश्व से अलग-अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले बच्चों को सम्मान दिया जाता है, जिसके के लिए विशेष पैनल गठित होता है और हर साल बच्चों को पुरस्कार वितरण किया जाता है. इसी क्रम में अद्रिका के विशेष सहायक और मानव सेवा के लिए गए कामों के लिए "स्टैंडिंग हीरो फ्रॉम इंडिया" का सम्मान दिया गया. आद्रिका गोयल प्रदेश की ऐसी पहली बच्ची हैं, जिसे यह सम्मान मिला है. अद्रिका ताईक्वाडों में ब्लैक बेल्ट हैं और अपने जैसी हजारों लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखा कर 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की ब्रांड एंबेसडर भी बनीं हैं. उन्होंने कोरोना जैसी महामारी में असहाय और मजदूर वर्ग के लोगों की भी मदद की है. सम्मान पाकर उनके परिवार में खुशी का माहौल है, इससे पहले भी अद्रिका को देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी सम्मानित कर चुके हैं.
अद्रिका के पिता अक्षत गोयल ने बताया कि अद्रिका ने बचपन में एक आगजनी की घटना के दौरान अपने पैरों की शक्ति खो दी थी और वो चलने फिरने में असहाय हो गई थी लेकिन उसने अपने आत्मविश्वास और जुनून से उस घटना से अपने आप को निकाला, साथ ही ताईक्वांडो और कराटे सीखकर दूसरों को प्रेरणा दिया, इसी के साथ आद्रिका समाज सेवा के जरिए भी कई लोगों की मदद करती रही है, जिसके लिए इसे प्रदेश स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मान मिल चुका है.