मंदसौर। लंबे इंतजार के बाद मालवा क्षेत्र के किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौटी है. इसकी वजह है क्षेत्र में अच्छी गुणवत्ता वाली लहसुन की बंपर पैदावार होना. नीमच, मंदसौर और रतलाम जिले की कृषि मंडियों पर इन दिनों लहसुन की नई फसल अधिक मात्रा में आ रही है, जिसकी कीमत से किसानों के चेहरों पर रौनक दिख रही है.
लहसुन की बंपर पैदावार से खिले किसानों के चेहरे, 6500 रूपये प्रति क्विंटल तक मिल रही कीमत
तीन साल बाद लौटे फसल के आसमानी दामों से किसानों में खुशी का माहौल है. बुधवार के दिन मंदसौर की कृषि उपज मंडी में आठ हजार क्विंटल नई लहसुन की आवक हुई, जिसका कीमत चार हजार से 6500 रूपये प्रति क्विंटल मिली. करीब तीन सालों से किसान इसी लहसुन को केवल दो से तीन रूपये किलो के भाव में बेच रहे थे.
तीन साल बाद लौटे फसल के आसमानी दामों से किसानों में खुशी का माहौल है. बुधवार के दिन मंदसौर की कृषि उपज मंडी में आठ हजार क्विंटल नई लहसुन की आवक हुई, जिसका कीमत चार हजार से 6500 रूपये प्रति क्विंटल मिली. करीब तीन सालों से किसान इसी लहसुन को केवल दो से तीन रूपये किलो के भाव में बेच रहे थे. जिससे उनकी लागत भी नहीं निकल रही थी और वह पूरी तरह परेशान हो चुके थे.
खास बात ये है कि नया साल उन्हें अच्छी फसल के रूप में खुशियां लेकर आया है. इसकी एक वजह और है कि इस बार देश के कई हिस्सों में बारिश नहीं हुई, जिससे लहसुन की फसल का उत्पादन काफी कमजोर है. ऐसी स्थिति लहसुन के भाव और तेज हो सकते हैं. किसानों का कहना है कि उनको ऐसे ही दाम मिलते रहें जिससे वह परेशान न हों.