मंदसौर। नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने पीडीएस स्कीम के तहत सप्लाई किए जाने वाले चावल की हो रही कालाबाजारी का भंडाफोड़ किया है, अधिकारियों ने एक अनाज व्यापारी के गोदाम से करीब 500 क्विंटल राशन जब्त किया है. कोविड 19 की चेन तोड़ने के लिए किए गए लॉकडाउन की वजह से लोग पिछले दो महीने से घरों में कैद हैं. नागरिक आपूर्ति विभाग ने करीब एक लाख क्विंटल चावल सप्लाई किया था, ये चावल राशन की दुकानों के जरिए गरीबों को बांटा जाना था.
ये राशन जरुरतमंदों के पास पहुंचने से पहले अनाज माफिया के गोदामों में पहुंच गया. चावल की कालाबाजारी की शिकायत लगातार नागरिक आपूर्ति विभाग को मिल रही थी. इस मामले में जिला अधिकारी राजीव वर्मा और क्षेत्र के इंस्पेक्टर बीएस चंद्रावत की टीम ने बीती रात जग्गा खेड़ी पहुंचकर एक अनाज व्यापारी के गोदाम पर कार्रवाई की.
अधिकारियों ने गोदाम में भरा पीडीएस का 500 क्विंटल चावल बरामद किया है, धान से भरी बोरियों में कई बोरे ऐसे भी बरामद हुए हैं, जो सरकारी गोदाम से राशन की दुकानों को सप्लाई किए जाते हैं. रात के वक्त हुई इस कार्रवाई में अधिकारियों ने अनाज व्यापारी सचिन जीवन का गोदाम सील कर दिया है. जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि आरोपी चावल-गेहूं से आटा बनाकर पांच गुना रेट पर बाजार में बेचता है.
अनाज व्यापारी ने इस माल को खुले बाजार में थोक व्यापारी से खरीदने का दावा किया है. कालाबाजारी के पीछे बड़े गोरखधंधे की आशंका जताई जा रही है. रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद अब कई लोगों के इस गोरखधंधे से जुड़े होने की आशंका है, लेकिन इतना जरुर है कि अफीम की तस्करी के गढ़ में अब अनाज माफियाओं ने भी तीन रुपए किलो के अनाज से 10 गुना दाम कमाने का गोरखधंधा शुरू कर दिया है.