मण्डला। जिले के भालिवाड़ा गांव के निवासियों ने पहाड़ी नाले को रोककर उसे बांध का रूप दे दिया है, जिससे गांव के लोगों, मवेशियों और जंगली जानवरों को गर्मियों में पानी की कमी से नहीं जूझना पड़ेगा. इस खबर को ईटीवी भारत पर दिखाए जाने के बाद गांव के मुखिया ने भी ग्रामीणों की पहल की सराहना की है. उन्होंने प्रशंसा करते हुए कहा कि दूसरे लोगों को भी इससे सीख लेनी चाहिए.
ग्रामीणों की कोशिशें लाई रंग, लोगों ने नाले को रोककर बनाया बांध - बाँध का रूप दिया
मण्डला जिले के भालिवाड़ा गांव के निवासियों ने नाले को रोककर उसे बांध का रूप दिया है, जिससे गांव में पानी की समस्या नहीं होगी.
जिले के कलेक्टर डॉ. जगदीश चंद्र जाटिया ने भी भालिवाड़ा गांव के ग्रामीणों के द्वारा नाले को रोककर बांध बनाने की तारीफ की है. उनका कहना है कि यह पहल समाज के लिए अनुकरणीय है और इससे सभी लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए, ताकि पानी को भी बचाया जा सके. ईटीवी भारत ने यह खबर एक दिन पहले ही ग्राउंड जीरो से दिखाई थी, जिसमें ग्रामीण बिना किसी सरकारी मदद के नाले के पानी को रोकने के लिए बांध बना रहे थे.
वहीं इस गांव में गर्मियों के समय पानी की भारी किल्लत होती है और इंसानों के साथ-साथ मवेशियों और जानवरों को मुसीबत का सामना करना पड़ता है. ग्रामीणों ने सरकार से मदद लेने की कोशिश की, लेकिन जब कहीं से कोई मदद नहीं मिली, तो उन्होंने खुद ही बोरियों और मुरम मिट्टी की मदद से नाले का पानी रोककर बांध बना लिया.