मण्डला। जिले में बारिश की वजह से लाइट चले जाने से लोगों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ा रहा है. ऐसे में वेल्डिंग या इंजीनियरिंग वर्क्स करने वालों को मुसीबतें झेलनी पड़ रही हैं. वहीं बोवनी के सीजन के चलते किसानों के ट्रैक्टर या कृषि के उपकरणों में टूट-फूट आने के बाद उनकी मरम्मत भी नहीं हो पा रही है.
बिजली कटौती के चलते इंजीनियरिंग वर्क्स हो रहे प्रभावित, कृषि यंत्रों की नहीं हो पा रही मरम्मत - ट्रैक्टर
जिले में बारिश की वजह से लाइट चले जाने से लोगों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ा रहा है. ऐसे में वेल्डिंग या इंजीनियरिंग वर्क्स करने वालों को मुसीबतें झेलनी पड़ रही हैं.
बारिश के मौसम में अमूमन बिजली को लेकर समस्याओं का सामना न केवल जनता को बल्कि विद्युत विभाग को भी करना पड़ता है. लेकिन इस बिजली की आवाजाही से इन दिनों सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं इंजीनियरिंग वर्क्स करने वाले क्योंकि खेती किसानी के सीजन में कृषि के उपकरणों और ट्रैक्टर, कल्टीवेटर आदि में ज्यादा टूट-फूट होती है. ऐसे में जब ये किसान वेल्डिंग कराने वर्कशॉप पर पहुंचते हैं तो यहां लाइट ही नहीं रहती और कई बार तो बिजली के लिए घण्टों तक इंतजार करना पड़ता है. दूसरी तरफ इंजीनियरिंग वर्क्स करने वालों का कहना है कि सीजन में बिजली चले जाने से उन्हें नुकसान भी सहना पड़ता है.
विभाग प्रमुख की मानें तो इस मौसम में बिजली जाने की मुख्य वजह पानी के चलते फ्यूज का शार्ट हो जाना, पेड़ों की टहनियों से फाल्ट हो जाना और गिलहरियों के कारण भी फाल्ट आना है. वहीं जंगलों से गुजरने वाली लाइन में आने वाले फाल्ट को ढूंढने में ज्यादा समय लगने से बिजली की लाइन दुरस्त करने में समय लग जाता है. लेकिन विभाग का अमला हमेशा मुस्तैद रहता है कि किसी भी तरफ से उपभोक्ताओं समस्या का सामना न करना पड़े.