खरगोन। अध्यापक शिक्षक महासंघ के नेतृत्व में जिला के अध्यापक अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे और रैली निकालकर जमकर नारेबाजी की. इस दौरान अध्यापक कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम अनुविभागीय अधिकारी अभिषेक गहलोत को ज्ञापन सौंपा और जल्द से जल्द अपनी समस्याओं के निराकरण के मांग की.
'20-50 के फॉर्मूले के तहत की जा रही अनिवार्य सेवानिवृत्ति को रोका जाए'
अध्यापकों की मांग है कि 20-50 फार्मूले के तहत की जा रही अनिवार्य सेवा निवृत्ति को रोका जाए. 20-50 फॉर्मूले के अंतर्गत अध्यापकों के लिए एक परीक्षा आयोजित की गई थी. जिसमें कुछ शिक्षकों और अध्यापकों का परिणाम अपेक्षित नहीं था, तो सरकार ने उन्हें अनिवार्य सेवा निवृत्ति दे दी है, ऐसा नहीं होना चाहिए. परीक्षा पाठ्यक्रमानुसार नहीं हुई थी और सरकार ने उन्हें सेवानिवृत्ति दे दी. जिसका हम कड़ा विरोध करते हैं.
और भी हैं मांगें
अनिवार्य सेवा निवृत्ति को रोकने के साथ-साथ अध्यापकों ने जुलाई 2018 से सातवें वेतनमान, अनुकंपा नियुक्ति की भी मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा कि अध्यापकों और शिक्षकों को जो भी प्रशिक्षण दिया जाता है, वो ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के दौरान दिया जाए, क्योंकि शैक्षणिक सत्र के बीच में प्रशिक्षण होने से बच्चों का सिलेबस पूरा नहीं हो पाता है.