खंडवा।जिले के ओंकारेश्वर मंदिर में नंदीगण की स्थापना का मामला प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी और मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों में आपसी तालमेल नहीं होने के कारण अधर में लटका हुआ है. ये पहली बार नहीं है, जब काम अधर में लटक गया हो. इसके पहले भी काम शुरू हुआ और अधर में लटका रहा.
चार सालों में नहीं हो पाई स्थापना
11 और 12 दिसंबर को सार्वजनिक बैठक में दो मुहूर्त निकाल दिए गए हैं. पिछले चार सालों से ओंकारेश्वर मंदिर के मुख्य द्वार के सामने नंदीगण की स्थापना नहीं कर पाना, कहीं न कहीं ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट के जिम्मेदार अधिकारियों और ट्रस्टी गणों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है.
अक्टूबर में भी हुई थी बैठक
जानकारी के मुताबिक अक्टूबर के महीने में पुनासा तहसील की तत्कालीन SDM ममता खेड़े ने नगर के मार्कंडेय संन्यास आश्रम में प्रमुख जगहों के संतों और पंडा-पंडितों की एक बैठक बुलाई थी. इस दौरान ओंकारेश्वर मंदिर में नंदीगण की स्थापना पर चर्चा भी की गई थी. इस बैठक में निर्णय लिया गया था कि 25 नवंबर को देव प्रबोधिनी एकादशी के पर्व पर मंदिर परिसर में रखे गए प्राचीन सफेद संगमरमर के नंदीगण की ही प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.
SDM का हो गया ट्रांसफर