मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

Khandwa संत सिंगाजी धाम पर निमाड़ उत्सव शुरू, कालूराम बामनिया और संजो बघेल सम्मानित - संत सिंगाजी धाम पर निमाड़ उत्सव शुरू

प्रसिद्ध निमाड़ उत्सव का शुभारंभ इस बार sant singaji dham में हो गया. तीन दिनों तक चलने वाला यह उत्सव इसके पहले पिछले 28 सालों से महेश्वर में आयोजित होता रहा है. इस बार आयोजन स्थल बदलने का प्रमुख कारण विभिन्न अंचलों के लोगों को अपनी संस्कृति से रूबरू कराया जाए. अगली बार हो सकता है कि यह उत्सव फिर किसी नए स्थान पर आयोजित किया जाए. इस बार उत्सव में भक्ति गायक कालूराम और sanjo baghel को नकद राशि के साथ प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.

khandwa nimar festival
संत सिंगाजी धाम पर निमाड़ उत्सव शुरू

By

Published : Nov 9, 2022, 9:10 AM IST

खंडवा। संत सिंगाजीधाम में कार्तिक पूर्णिमा की रात सात बजे से तीन दिवसीय (Nimar festival) का शुभारंभ नर्मदा आरती के साथ हुआ. इस मौके पर निर्गुण भक्ति के गायक कालूराम बामनिया देवास और भक्ति गायिका संजो बघेल जबलपुर ने अपने सुरों से संगीत की महफिल को रोशन किया. कार्यक्रम में गायिका बघेल को राष्ट्रीय देवी अहिल्या पुरस्कार और kaluram bamnia को तुलसी सम्मान प्रदान किया गया. मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग की ओर से दो -दो लाख रुपये की राशि सहित प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.

इंदौर में सफाई मित्रों का अनोखा सम्मान, मंच पर बैठाया, अतिथियों ने उतारी आरती

लोक संस्कृति और नृत्य-गायन के महारथी प्रस्तुति देंगेःइस बार निमाड़ उत्सव पहली बार खंडवा जिले के संत सिंगाजीधाम में आयोजित किया जा रहा है. इसके पहले महेश्वर में करीब 28 सालों से आयोजन हो रहा था. संस्कृति विभाग के विनोद गुर्जर ने बताया की यह कार्यक्रम महेश्वर की बजाए निमाड़ के विभिन्न अंचलों में ही करने का निर्णय लिया गया है. चूंकि निमाड़ बहुत बड़ा है, इसलिए यहां लोगों को अपनी संस्कृति से साक्षात्कार कराया जाएगा. संस्कृति विभाग हमारी कला और कलाकारों को संरक्षित करने का काम कर रहा है. संस्कृति विभाग द्वारा पारंपरिक वेश भूषा में कलाकारों के नृत्य, गायन और वादन के साथ लोक कलाओं का प्रचार गांव- गांव जाकर किया जा रहा है. क्षेत्र के ग्रामों में ये कलाकार अपना हुनर दिखाकर ग्रामीणों का मन मोह रहे है. ग्रामीणों को कार्यक्रम में आने का आमंत्रण भी दे रहे है. लोगों में निमाड़ उत्सव के प्रति उत्साह देखने को मिल रहा है. (khandwa nimar festival)

भक्ति गायकों का हुआ सम्मान

सम्मानित होने वाले कलाकारों का परिचय-कालूराम बामनियाः देवास जिले के पारंपरिक निर्गुण भक्ति के गायक है. कई पीढ़ियों से गायन कला को जिंदा रखने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है. अभी भी पूरा कुनबा लोक गायकी को समर्पित है. इन्होंने इस कला को संरक्षित करने का काम किया है. आज की पीढ़ी को भी वो तैयार कर रहे है. इसलिए इन्हें प्रदेश स्तरीय तुलसी सम्मान दिया गया है.

भक्ति गायकों का हुआ सम्मान

संजो बघेल: ये जबलपुर की निवासी है. जो आल्हा और भक्ति गायन की माशहूर गायिका है. इन्होंने कई भक्ति गीत गाकर रिकार्ड कायम किया है. भक्ति गायन के क्षेत्र मे इनका बहुत योगदान होने के कारण इन्हें राष्ट्रीय देवी (Ahilya Award) दिया गया है.

For All Latest Updates

ABOUT THE AUTHOR

...view details