कटनी। एक ओर सरकार गांवों का तेजी से विकास करने का दावा किया जाता है. इसके लिए ग्राम उदय से भारत उदय जैसे अभियान भी चलाए जाते हैं. वहीं दूसरी ओर आज भी क्षेत्र के अनेक गांव हैं, जो सड़क के लिए तरस रहे हैं. आलम ये है कि बरसात का मौसम आते ही गांव तक पहुंचने के लिए कीचड़ से होकर गुजरना ग्रामीणों की मजबूरी बन चुकी है.
बहोरीबंद विकासखंड में दर्जनों ऐसे गांव हैं, जो सड़क का इंतजार कर रहे हैं . इनमें से एक धुरी गांव भी है, जहां महज 1 किलोमीटर की सड़क आज तक नहीं बन पाई है. सड़क के अभाव में यहां के निवासी कीचड़ से जूझते हुए आवाजाही करने मजबूर हैं. ग्रामीण बताते हैं कि अभी तो स्कूल बंद हैं वर्ना स्कूल जाने वाली छात्राएं कीचड़ में लिपटी स्कूल पहुंचती हैं. कीचड़ तो कीचड़ एक नाला भी आने-जाने वालों के लिए आए दिन मुसीबत बना रहता है. इस दोहरी परेशानी को झेल कर स्कूल जाना छात्रों के लिए मजबूरी रहती है.
ग्रामीणों ने की वैकल्पिक व्यवस्था