कटनी।इस बार नौतपा बिना तपे ही विदा हो रहा है. नौतपा के पहले ही दिन से यास तूफान का असर रहा. इसके पहले ताउते तूफान ने पूरी गर्मी में सूर्य की तपन पर ब्रेक लगा रखा था. बादलों के कारण नौतपा में भी अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक नहीं पहुंच पाया. सातवें दिन यानी सोमवार शाम को तेज हवाओं के साथ शहर सहित जिले के अनेक क्षेत्रों में झमाझम बारिश हुई.
भीषण गर्मी और उमस से जूझ रहे लोगों को मिली राहत, मौसम वैज्ञानिकों ने जताई अच्छी बारिश की संभावना
किसानों की बढ़ी मुश्किलें
कटनी में सोमवार की शाम 5:30 बजे से तेज हवाएं चलना शुरू हो गई थी. शाम 6 बजे से पहले हल्की बूंदाबांदी के साथ ही गरज चमक के साथ बारिश ने मौसम में ठंडक ला दी थी. वहीं, किसानों की मुसीबत में भी बढ़ा दी. यास तूफान के कारण जिले में 27 और 28 मई को गेहूं खरीदी बंद रखी गई थी. 30 और 31 मई को कुछ केंद्रों में गेहूं का उपार्जन किया गया. 2 दिन खरीदी बंद होने से परिवहन में सुधार हुआ फिर भी केंद्रों में डेढ़ लाख कुंटल गेहूं पड़ा रह गया.
Warehouse से वापस लौटा दिया गया भीगा गेहूं
किसानों ने बारिश से गेहूं खराब होने की आशंका जताई है. जिन किसानों की उपज की तुलाई नहीं हो पाई उनका गेहूं केंद्रों में ही पड़ा रह गया. बीते दिनों बहोरीबंद तहसील के कुआं स्थित खरीदी केंद्र से 4 हजार कुंटल बारिश में भीगा गेहूं swc के सिहोरा Warehouse से वापस लौटा दिया गया था.