झाबुआ।कलेक्टर कार्यालय में एक महिला प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठे हुए बेहोश हो गई. महिला राधा रेड्डी का आरोप है कि, नगर पालिका के एक सार्वजनिक कार्यक्रम में विधायक कांतिलाल भूरिया ने सरकारी जमीन पर रहने के लिए आवास का पट्टा दिया, लेकिन जिला प्रशासनिक के अधिकारियों ने पट्टे की जमीन को अतिक्रमण घोषित कर, उसे हटाने का नोटिस दे दिया.
कांग्रेस विधायक ने महिला को दिलाया आवासीय पट्टा, अधिकारियों ने कर दिया निरस्त
झाबुआ कलेक्ट्रेट में एक महिला जिला प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठे- बैठे बेहोश हो गई. महिला का आरोप है कि, सरकारी जमीन पर आवास का पट्टा होने के बाद भी अधिकारियों ने जमीन को अतिक्रमण घोषित कर उसे हटाने का नोटिस दिया है.
इस मामले को लेकर पीड़ित महिला आज एसडीएम के सामने गुहार लगाने पहुंची थी, लेकिन जब उसकी शिकायत नहीं सुनी गई तो वह धरने पर बैठ गई. एसडीएम के नोटिस का जवाब देने के बाद जब महिला मीडिया को दस्तावेजों की प्रतियां दिखा रही थी, तभी एसडीएम अभय सिंह खरारी ने दंपत्ति के हाथों से दस्तावेज छीन लिए.
एसडीएम ने पीड़ितों को ही सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाकर जेल भेजने की धमकी दी. इस मामले को लेकर न तो जिला कलेक्टर प्रबल सिपाह और ना ही एसडीएम डॉ अभय खराड़ी ने मीडिया के सवालों का जवाब दिया.