झाबुआ। जिले में 7 दिवसीय क्रिसमस मेले का आगाज हो गया है. जहां शहर के हजारों लोगों को क्रिसमस पर्व पर लगने वाले इस मेले को लेकर उत्सुकता रहती है. क्रिसमस पर लगने वाले इस मेले को ग्रामीण आदिवासी 'फादर नु मेलो' के नाम से भी जानते हैं.
झाबुआ में शुरू हुआ क्रिसमस मेला, 'फादर नु मेलो' के नाम से है मशहूर - क्रिसमस की तैयारी
झाबुआ में क्रिसमस के मौके पर 7 दिवसीय मेले का आयोजन किया गया. जिसको यहां 'फादर नु मेलो' के नाम से भी जानते हैं.
इस मेले में आकर्षक झूले और चकरिओं के साथ खाने-पीने की दुकानें लगती हैं. फैशनेबल कपड़ों की दुकानों के साथ बच्चों के खिलौने और तरह-तरह के आर्टिफिशियल आइटम्स की दुकानलगती है. जिसके चलते 7 दिनों तक झाबुआ में काफी भीड़भाड़ रहती है. अमूमन बाजार देर शाम से शुरू होकर मध्यरात्रि तक चलता है. लिहाजा बाजार की रौनक रात में रहती है.
क्रिसमस मेले पर इस बार झाबुआ में 3 दर्जन से ज्यादा छोटे-बड़े झूले आए. झाबुआ में 2 टॉय ट्रेन, मिक्सर झूला और मौत का कुआं लोगों के मनोरंजन का केंद्र रहेगा. इस मेले में व्यापार के लिए आये व्यापारियों को मेले में अच्छा फायदा होने की उम्मीद है.