जबलपुर। नगर निगम में लगभग एक हजार छात्र-छात्राएं युवा स्वाभिमान योजना के तहत मिलने वाले बेरोजगारी भत्ते के लिए वेरीफिकेशन करवाने पहुंचे. इन छात्र-छात्राओं में इंजीनियरिंग, मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, MSc. के छात्र भी शामिल थे.
बेरोजगारी भत्ता पाने के लिए इंजीनियर, एमबीए के छात्रों की लगी कतार, कई बिना रजिस्ट्रेशन के मायूस लौटे
युवा स्वाभिमान योजना के तहत हजारों युवा रजिस्ट्रेशन कराने के लिए नगर निगम पहुंचे, लेकिन अव्यवस्थाओं की वजह से कई युवाओं को खाली हाथ वापिस लौटना पड़ा.
मध्यप्रदेश में बेरोजगारी भयावह हालत में है. कमलनाथ सरकार ने चुनाव से पहले बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, जिसके लिए सरकार ने युवा स्वाभिमान योजना बनाई है. इस योजना के तहत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होता है. लेकिन डॉक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन नगर निगम के जरिए किया जा रहा है. इसलिए हजारों युवा वेरिफिकेशन करवाने के लिए आज नगर निगम पहुंचे. वह तपती धूप में लाइन में खड़े होकर इंतजार करते रहे, ज्यादातर युवाओं को बिना रजिस्ट्रेशन करवाएं ही वापस लौटना पड़ा.
रेजिस्ट्रेशन कराने के लिए 12वीं पास से लेकर इंजीनियर, MSc पास स्टूडेंट आए थे. छात्रों का कहना है कि उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है इसलिए वे बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन देने आए हैं. हालांकि योजना में यह प्रावधान है कि जिन लोगों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा उनसे कुछ काम भी करवाए जाएंगे. युवाओं का कहना है कि उन्हें जानकारी नहीं है कि सरकार काम क्या करवाएगी लेकिन बेरोजगारी के मारे युवा कुछ भी करने को तैयार हैं.