जबलपुर। अस्पतालों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन दर्ज कराना जबलपुर के एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को भारी पड़ गया. सरकारी अस्पतालों में हो रही मरीजों की मौत और निजी अस्पतालों में मरीजों को इलाज मुहैया न होने पर एनएसयूआई ने सीएमएचओ दफ्तर का घेराव कर ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम तय किया था. तय समय पर कार्यकर्ता विक्टोरिया अस्पताल स्थित सीएमएचओ दफ्तर का घेराव करने पहुंचे रहे थे उससे पहले ही उन्हें प्रवेश द्वार पर रोक कर खदेड़ दिया गया.
NSUI कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, अस्पतालों की लापरवाही के खिलाफ कर रहे थे आंदोलन
जबलपुर में पुलिस ने कोरोना वायरस के इलाज में हो रही लापरवाही के खिलाफ आंदोलन कर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया.
पुलिस के इस रवैया के खिलाफ एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज कराया और कहा कि विपक्ष पर होने के नाते पुलिस कार्यकर्ताओं के साथ इस तरीके का बर्ताव कर रही है उनका यह विरोध प्रदर्शन प्रतीकात्मक था और आम जनता के मुद्दों को लेकर था लेकिन पुलिस ने उनकी आवाज दबाने की कोशिश की है.
जन मुद्दों को लेकर सीएमएचओ को ज्ञापन सौंपने देने जा रहे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज कराते हुए प्रवेश द्वार पर ही अपना प्रदर्शन जारी रखा. इस बीच मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने कार्यकर्ताओं को समझाइश देने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने और सीएमएचओ को ही ज्ञापन देने की मांग पर अड़े रहे. काफी समय तक जब कार्यकर्ताओं ने पुलिस की ना सुनी तो पुलिस ने कार्यकर्ताओं खदेड़ना शुरू कर दिया.
इसलिए हो रहा है आंदोलन
बता दें दिनों पहले कांग्रेस के एक नेता की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई थी. मृत्यु के ठीक पहले उन्होंने एक वीडियो वायरल किया था जिसमें इलाज में लापरवाही की बात कही गई थी. इसी बात को लेकर कांग्रेस लगातार आंदोलन कर रही है.