तेंदूखेड़ा। लोकायुक्त की टीम ने बताया कि तेंदूखेड़ा के वार्ड क्रमाक 9 में निवास करने वाले शिक्षक रामदयाल मौर्य तारादेही संकुल के प्राइमरी स्कूल में अध्यापन कार्य करते थे. वह बीते साल 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो गए थे. जिनका जीपीएफ, अर्जित अवकाश की राशि के भुगतान के बदले बीईओ जीपी अहिरवार द्वारा 10 हजार की रिश्वत मांगी जा रही थी. इसकी शिकायत 17 फरवरी को रामदयाल मौर्य ने सागर लोकायुक्त के समक्ष की थी. शिकायत की पुष्टि किए जाने के बाद लोकायुक्त की टीम ने बुधवार को एक्सीलेंस स्कूल के अतिरिक्त कक्ष में संचालित विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में दोपहर लगभग 3 बजे पहुंचकर छापा मारा.
लोकायुक्त की टीम ने रिटायर्ड शिक्षक से 10 हजार की रिश्वत लेते BEO को दबोचा - रिटायर्ड टीचर से रिश्वत मांगी
विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं आहरण संवितरण अधिकारी (BEO) जीपी अहिरवार को लोकायुक्त की टीम ने 10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा है. सेवानिवृत्त शिक्षक से जीपीएफ और अर्जित अवकाश की राशि के भुगतान के बदले विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी ने रिश्वत मांगी थी. इसकी शिकायत रिटायर्ड शिक्षक ने लोकायुक्त से की थी. ( Lokayukta team caught BEO)
बीईओ की जेब से जब्त की रिश्वत की राशि :लोकायुक्त की टीम ने रामदयाल मौर्य द्वारा रिश्वत के 10 हजार रुपये जीपी अहिरवार के जेब में रखे पर्स में से निकाल कर जब्त की. साथ ही केमिकल से हाथ धुलाने पर अहिरवार के हाथ लाल हो गए. लोकायुक्त टीम ने लगभग 4 घंटे तक जब्ती का काम किया. इस दौरान तेंदूखेड़ा पुलिस भी मौजूद रही है. लोकायुक्त टीम में निरीक्षक अभिषेक वर्मा, निरीक्षक केपीएस बेन, प्रधान आरक्षक महेश हजारी, आशुतोष व्यास, आरक्षक संजू अग्निहोत्री, सुरेन्द्र सिंह, विक्रम सिंह मौजूद रहे. ( Lokayukta team caught BEO)